क्या अगले हफ्ते 1 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी सोने की कीमत या इसमें आएगी गिरावट? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स।
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पिछले कुछ महीनों से सोने की कीमतें बढ़ती जा रही है. इसके पीछे वजह अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर का बढ़ता तनाव है. अब सवाल यह आता है कि क्या इस साल सोने की कीमत 1 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी?
भारत में सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के चलते लोग सुरक्षित निवेश की तलाश में सोने का रूख कर रहे हैं. इसी बीच, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 93,000 रुपये के लेवल को पार कर गई है. अमेरिका और चीन के बीच छिड़ी ट्रेड वॉर के चलते पैदा हुई भू-राजनीतिक अनिश्चितता की स्थिति, केंद्रीय बैंक की सोने की खरीद और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों की वजह से सोने की कीमतें बढ़ रही हैं. इन्हीं सबके बीच अब लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि क्या 2025 में 10 ग्राम सोने की कीमत 1 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी?
बिजनेसटुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, स्प्रोट एसेट मैनेजमेंट के वरिष्ठ पोर्टफोलियो मैनेजर रयान मैकइंटायर का कहना है कि केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद और विशेष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आक्रामक टैरिफ पॉलिसी की वजह से सोने को मजबूती मिल रही है.
भारत में सभी कैटेगरीज में सोने की कीमतें बढ़ी हैं-
24 कैरेट सोना: 93,390 रुपये प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना: 85,610 रुपये प्रति 10 ग्राम
18 कैरेट सोना: 70,050 रुपये प्रति 10 ग्राम
वैश्विक स्तर पर हाजिर सोने की कीमतें पहली बार 3,200 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई हैं, जबकि अमेरिकी सोने का वायदा भाव इससे भी अधिक 3,237.50 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है. अकेले 2025 में सोना 20 बार ऑल टाइम हाई के लेवल पर जा चुका है, जो महंगाई, डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंक की नीति में बदलाव की आशंकाओं के बीच मजबूत वैश्विक मांग को दर्शाता है.
क्या 1 लाख तक पहुंचेगा सोना?
कामा ज्वेलरी के एमडी कॉलिन शाह का मानना है कि इसकी पूरी संभावना है. उन्होंने द हिंदू बिजनेसलाइन को बताया कि 2025 में अमेरिकी फेड द्वारा दो बार ब्याज दरों में कटौती किए जाने की उम्मीद है, इसके चलते सोना 1 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है. कॉलिन शाह का कहना है कि अनिश्चितता के इस माहौल में लोग सोने में जमकर निवेश कर रहे हैं.
वहीं, मोतीलाल ओसवाल के कमोडिटी हेड किशोर नारने का मानना है कि इसकी कीमतें 4,000 से 4,500 डॉलर प्रति औंस तक भी जा सकती हैं. जबकि, अबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के CEO चिंतन मेहता का मानना है कि सोने की कीमत 1 लाख रुपये पहुंचने की संभावना कम है, क्योंकि इसके लिए ज्यादातर पॉजिटिव फैक्टर्स पहले ही बाजार में दिख चुके हैं और अब इसके और बढ़ने की संभावना नहीं है. इस बीच, मॉर्निंगस्टार के स्ट्रैटेजिस्ट जॉन मिल्स ने और भी अधिक सतर्क रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि सोने की कीमतों में भारी गिरावट के साथ यह 1,820 डॉलर प्रति औंस पर आ गई है, जिसका मतलब है कि मौजूदा स्तरों से 38-40 परसेंट तक की गिरावट आ सकती है.
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