Google में AI का जलवा, 30% से ज्यादा कोड अब बना रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस।
1 min read
|








गूगल में अब हर तीसरी लाइन कोड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लिखी जा रही है. सुंदर पिचाई के मुताबिक, AI अब गूगल के हर प्रोडक्ट और प्रोसेस का अहम हिस्सा बन चुका है.
दुनियाभर में AI का इस्तेमाल इतना ज्यादा होने लगा है कि अब गूगल में कोडिंग सिर्फ इंजीनियर ही नहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) भी कर रहा है. हाल ही में गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने बताया कि अब कंपनी में 30% से ज्यादा नया कोड AI खुद लिख रहा है. अक्टूबर 2024 में यह आंकड़ा 25% था, यानी कुछ ही महीनों में AI का दखल और बढ़ गया है.
पिचाई ने कहा कि गूगल में AI को लेकर जबरदस्त उत्साह है और इसका असर सिर्फ कोडिंग तक नहीं बल्कि कंपनी के हर हिस्से में दिखाई दे रहा हैय उन्होंने बताया कि गूगल की फाइनेंस टीम ने भी इस बार की कमाई रिपोर्ट बनाने में AI की मदद ली है.
AI से कोडिंग का अनुभव और गहरा
गूगल अब सिर्फ कोडिंग सुझावों तक सीमित नहीं है, बल्कि AI को और ज्यादा समझदार बनाया जा रहा है ताकि वह पूरा-पूरा काम खुद संभाल सके. पिचाई ने बताया कि कंपनी अब ‘एजेंटिक वर्कफ्लो’ पर काम कर रही है, जिसमें AI खुद से सोचकर और काम को अंजाम देकर कोडिंग का अनुभव और भी गहरा बना सकेगा.
हर प्रोडक्ट में शामिल है Gemini AI
गूगल के सभी बड़े प्रोडक्ट्स, जिनके 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं, अब Gemini AI मॉडल का इस्तेमाल कर रहे हैं. एंड्रॉइड, पिक्सल, सर्च, यूट्यूब, गूगल मैप्स हर जगह अब AI की ताकत दिख रही है।.
यहां तक कि अब Google Assistant की जगह मोबाइल डिवाइसेज में Gemini लाया जा रहा है. आगे चलकर ये फीचर्स टैबलेट्स, कारों, हेडफोन्स और स्मार्टवॉच में भी देखने को मिलेंगे.
सर्च भी हो गया स्मार्ट
गूगल की AI-संचालित सर्च सुविधा ‘AI Overviews’ अब हर महीने 1.5 अरब लोग इस्तेमाल कर रहे हैं. कंपनी ने हाल ही में ‘AI Mode’ नाम का नया फीचर लॉन्च किया है, जो ज्यादा लंबे और जटिल सवालों का भी आसानी से जवाब देता है.
यूजर्स अब गूगल से केवल शब्दों में नहीं, बल्कि फोटो या स्क्रीनशॉट दिखाकर भी सवाल पूछ रहे हैं. गूगल लेंस और ‘Circle to Search’ जैसे फीचर्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है.
AI में बड़ा निवेश, लेकिन कानूनी संकट भी
गूगल ने एलान किया है कि वह 2025 में लगभग $75 अरब डॉलर AI और टेक्नोलॉजी में निवेश करेगा. कंपनी को उम्मीद है कि इससे उसकी सेवाएं और तेज, स्मार्ट और आसान होंगी. हालांकि, इस तेजी से बढ़ती ताकत के बीच गूगल को कानूनी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है. अमेरिका की अदालत ने हाल ही में फैसला दिया कि गूगल ने सर्च और विज्ञापन बाजार में अनुचित तरीका अपनाया और एकाधिकार बनाया. अब गूगल इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देगा.
तिमाही नतीजों में गूगल की शानदार कमाई
गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet ने तिमाही नतीजों में शानदार प्रदर्शन किया है. कंपनी की कुल आमदनी 12% बढ़कर $90.23 अरब डॉलर पहुंची और मुनाफा 46% बढ़कर $34.54 अरब डॉलर हो गया. वहीं गूगल क्लाउड ने भी 28% की ग्रोथ दर्ज की, जिसमें AI इंफ्रास्ट्रक्चर और जनरेटिव AI सॉल्यूशंस का बड़ा योगदान रहा.
गूगल अब साफ तौर पर AI की ताकत से न केवल अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ा रहा है, बल्कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नया स्टैंडर्ड सेट कर रहा है. आने वाले समय में शायद हम सबकी जिंदगी में AI उतना ही आम हो जाएगा, जितना आज मोबाइल या इंटरनेट है.
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments