UGC ने पद्म पुरस्कारों के नामांकन के लिए जारी की अधिसूचना, जानें कब तक भेज सकते हैं ऑनलाइन सिफारिशें।
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भारत में पद्म पुरस्कारों की शुरुआत साल 1954 में हुई थी. पद्म पुरस्कार देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार हैं, जिनमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री शामिल हैं.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने पद्म पुरस्कार 2025 के लिए ऑनलाइन नामांकन और सिफारिश करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है. इस अधिसूचना के तहत पात्र उम्मीदवार पद्म पुरस्कार के लिए नामांकन कर सकते हैं. इस अधिसूचना के तहत सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को सलाह दी गई है कि वह पात्र उम्मीदवारों की ऑनलाइन सिफारिशों को 31 जुलाई, 2025 तक सबमिट कर दें. पद्म पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नामांकन और सिफारिशें मात्र राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in के जरिए ही सबमिट की जा सकती है.
पद्म पुरस्कारों के नामांकन और सिफारिश करने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल के दिए गए फॉर्मेट में संबंधित व्यक्ति के बारे में एक सिटेशन के साथ पूरी जानकारी देनी होगी. यह सिटेशन अधिकतम 800 शब्दों का होना चाहिए, जिसमें उम्मीदवार, उनकी उपलब्धियों या सेवा और उपलब्धियों से संबंधित क्षेत्र के बारे में विस्तार से पूर्ण वर्णन होना चाहिए. नामांकन या सिफारिश भरने समय लोगों को यह ध्यान देना होगा कि पोर्टल में दिए गए फॉर्मेट में सभी आवश्यक जानकारियां स्पष्ट रूप से भरे जाएं.
1954 से दिए जा रहे हैं पद्म पुरस्कार
भारत में पद्म पुरस्कारों की शुरुआत साल 1954 में हुई थी. पद्म पुरस्कार भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, जिसमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण औ पद्म श्री शामिल है. यह तीनों पद्म पुरस्कार किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट कार्य और सेवा को मान्यता देने के लिए दी जाती है. इन पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वाले उम्मीदवारों की घोषणा हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर की जाती है. यह पुरस्कार देश के राष्ट्रपति के हाथों से किसी भी जाति, धर्म, व्यवसाय, पद या लिंग में बिना भेदभाव के पात्र उम्मीदवारों को प्रदान किए जाते हैं.
नामांकन और सिफारिश करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
UGC की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, पद्म पुरस्कारों के लिए किसी भी व्यक्ति के नामांकन या सिफारिश करने से पहले इन बातों के ध्यान रखना चाहिए कि पद्म पुरस्कार के लिए जिस शख्स की अनुशंसा की जा रही है, क्या उस व्यक्ति के जीवन भर की उपलब्धियां इन पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए सर्वोपरि योग्य हैं. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि जिस व्यक्ति की अनुशंसा की जा रही है, क्या उस व्यक्ति को पहले कोई राष्ट्रीय पुरस्कार या राजकीय पुरस्कार दिया गया है या नहीं.
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