झारंखड के छात्रों के लिए अच्छी खबर, इस योजना के तहत मिलेंगे 10 हजार रुपये।
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सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में झारखंड ग्रास रूट्स इनोवेशन इंटर्नशिप योजना को मंजूरी दी गई है. इसके तहत कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को इंटर्नशिप करना होगा.
झारखंड के छात्रों के लिए अच्छी खबर है. राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड ग्रासरूट इनोबेशन इंटर्नशिप स्कीम की स्वीकृति दे दी है. इसके तहत कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को गांवों में इंटर्नशिप करना होगा, जिसके लिए उन्हें दो किस्तों में 10 हजार रुपये दिए जाएंगे. इस योजना के तहत कॉलेज में पढ़ने वाले 17,380 छात्र-छात्राओं को गांव में इंटर्नशिप के तहत ट्रेनिंग दी जाएगी.
मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में झारखंड ग्रास रूट्स इनोवेशन इंटर्नशिप योजना को मंजूरी मिली. बैठक के बाद मंत्रिमंडल विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल ने बताया कि राज्य सरकार सभी पंचायतों में ग्रासरूट इनोवेशन के लिए इंटर्नशिप कराएगी. निजी और राजकीय विश्वविद्यालय और उनके अंगीभूत के साथ ही संबद्ध कॉलेजों के इच्छुक विद्यार्थियों को आठ सप्ताह का क्रेडिट आधारित इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा.
उन्होंने बताया कि इंटर्नशिप योजना का उद्देश्य जमीनी स्तर पर इनोवेशन और इनोवेटर की पहचान करना है. एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचे ज्ञान और समुदाय के स्वामित्व को पहचानना, समाज की समस्याओं और आवश्यकताओं की पहचान करना है. इस योजना के तहत राज्य के सभी 4345 पंचायतों में जमीनी स्तर के नवाचारों और स्थानीय जरूरत की पहचान करने के लिए चार प्रशिक्षुओं के समूह को नामित किया जाएगा. प्रशिक्षण शैक्षणिक कैलेंडर के ग्रीष्मावकाश के आठ सप्ताह की अवधि में होगा.
1373 माध्यमिक आचार्य होंगे बहाल
दूसरी तरफ झारखंड में टीजीटी (स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक) और पीजीटी (स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक) में नई नियुक्तियां नहीं होंगी. अब हाई और प्लस टू स्कूलों में माध्यमिक आचार्य की नियुक्ति होगी. कैबिनेट ने हाई और प्लस टू स्कूलों के 8900 पदों को खत्म कर दिया है. वहीं, 1373 माध्यमिक आचार्य के पदसृजन को सहमति दी. हाई स्कूलों के खाली पड़े 9470 में 8650 पद और प्लस टू स्कूल के 797 में 250 पदों को खत्म करने की स्वीकृति दी गई. साथ ही, सरकारी 510 प्लस टू स्कूल में 1373 माध्यमिक सहायक आचार्य के पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई.
इनका वेतनमान भी टीजीटी-पीजीटी की अपेक्षा कम होगा. इन्हें सप्तम वेतनमान स्तर, एल-6 में 35,400-1,12,400 रुपये मिलेंगे. हाई स्कूल के टीजीटी शिक्षक को 14,400 सप्तम वेतनमान स्तर के एल-7 में वहीं, प्लस टू के पीजीटी शिक्षक को सप्तम वेतनमान स्तर-एल-8 में 47,600-1,51,100 रुपये मिलता है.
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