क्या है RBI का MuleHunter.Ai टूल जिससे बैंक फ्रॉड की हो जाएगी पहचान, जानिए कैसे करता है काम?
1 min read
|








म्यूल अकांउट ऐसा बैंक अकांउट है जिसका इस्तेमाल साइबर अपराधी अवैध तरीके से पैसा लूटने के लिए करते हैं. अपना नाम व पहचान छुपाकर कोई भी गुमनाम व्यक्ति इन खातों को खोल इसमें लोगों से ठगी के पैसे जमा करवाता है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बैंकों से कहा है कि वो MuleHunter.AI टूल का इस्तेमाल करे. जिससे फाइनेंशियल फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले म्यूल खातों (फर्जी खातों) को पहचान कर उसे हटाया जा सके. RBI के मुताबिक, MuleHunter.AI का उपयोग पहले ही दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सफलतापूर्वक किया जा चुका है.
म्यूल अकांउट ऐसा बैंक अकांउट है जिसका इस्तेमाल साइबर अपराधी अवैध तरीके से पैसा लूटने के लिए करते हैं. अपना नाम व पहचान छुपाकर कोई भी गुमनाम व्यक्ति इन खातों को खोल इसमें लोगों से ठगी के पैसे जमा करवाता है. इन खातों से मनी ट्रांसफर का पता लगाना और उसे रिफंड पाना मुश्किल होता है.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, साइबर अपराध से संबंधित 67.8% शिकायतें ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के कारण होती हैं. ऐसे में बैंक फ्रॉड से लोगों को बचाने के लिए MuleHunter.AI की प्रभावी व्यवस्था की अत्यंत जरूरत है.
म्यूल अकाउंट क्या है?
RBI के अनुसार, मनी म्यूल अकाउंट वह बैंक अकाउंट होता है जिसका उपयोग अपराधी अवैध तरीके से पैसा लूटने के लिए करते हैं. अक्सर ये अकाउंट्स अनजाने व्यक्तियों द्वारा खोले जाते हैं जिन्हें मामूली पैसे देकर लुभाया जाता है. इन खातों से मनी ट्रांसफर का पता लगाना और उसे रिफंड पाना मुश्किल होता है.
क्या है MuleHunter.AI?
रिजर्व बैंक इनोवेशन हब के मुताबिक, केंद्रीय बैंक ने इन म्यूल अकाउंट्स की पहचान करने के लिए मौजूदा तरीकों और प्रक्रियाओं को समझने के लिए बैंकों के साथ लंबी चर्चा की. वर्तमान में म्यूल अकाउंट्स का पता लगाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सिस्टम में बहुत ज्यादा समय लगता है. जिससे कई ऐसे अकाउंट्स अनदेखे रह जाते हैं. इसके बाद RBI ने कई बैंकों के साथ काम करने के बाद और उन्नीस अलग-अलग म्यूल अकाउंट के एक्टिविटी पैटर्न को ध्यान में रखते हुए इस टूल को डेवलप किया है.
कैसे काम करता है MuleHunter.AI?
यह इन-हाउस AI/ML-बेस्ड सिस्टम है जो संदिग्ध म्यूल अकाउंट्स की पहचान करने के लिए मौजूदा सिस्टम से बेहतर है. एडवांस ML एल्गोरिदम लेन-देन और अकाउंट डिटेल-संबंधित डेटासेट की मदद से यह टूल म्यूल अकाउंट्स की बहुत तेजी से पहचान कर सकता है.
इस टूल को डेवलप करने के पीछे RBI का मकसद फ्रॉड अकांउट्स की तेजी से पहचानना है. क्योंकि बैंक फ्रॉड कई तरह के हो रहे हैं और दिन-ब-दिन यह लगातार बढ़ रहा है. इसलिए सबसे बेहतर तरीका यह पता लगाना है कि यह पैसा आखिरकर कहां जाता है. इस नई तकनीक का उपयोग करके बैंक तेजी से और अधिक सटीकता के साथ म्यूल अकाउंट्स की पहचान कर सकते हैं.
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments