ऑनलाइन मिलेगा सस्ता खाना! Zomato और Swiggy को टक्कर देने के लिए रेस्टोरेंट्स ने बनाया प्लान.
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ओएनडीसी (ONDC) एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो अलग-अलग ई-कॉमर्स कंपनियों को एक-दूसरे से जोड़ता है. इसका मकसद छोटे व्यापारियों की बड़े प्लेटफार्म पर निर्भरता कम करने में मदद करना है.
NRAI Plan With ONDC: आपने ऑनलाइन फूड ऑर्डर करते समय यह नोटिस किया होगा कि यह खाना ऑफलाइन माध्यम के मुकाबले महंगा होता है. आने वाले समय में संभव है कि आपको ऑनलाइन खाना भी सस्ता मिला शुरू हो जाएं. जी हां, इसके लिए रेस्टोरेंट्स का संगठन कोशिश में जुटा है. अब रेस्टोरेंट्स जोमैटो (Zomato) और स्विगी (Swiggy) जैसी बड़ी फूड डिलीवरी कंपनियों से मुकाबला करने का प्लान कर रहे हैं. उनका दावा है कि फूड डिलीवरी कंपनियां प्राइवेट लेबल फूड बेच रही हैं, इसका असर उनके बिजनेस पर पड़ रहा है. अब रेस्टोरेंट्स सरकार की तरफ से समर्थित ओएनडीसी (ONDC) प्लेटफॉर्म का यूज करके ग्राहकों तक खाना डिलीवर करेंगे.
NRAI Plan With ONDC: आपने ऑनलाइन फूड ऑर्डर करते समय यह नोटिस किया होगा कि यह खाना ऑफलाइन माध्यम के मुकाबले महंगा होता है. आने वाले समय में संभव है कि आपको ऑनलाइन खाना भी सस्ता मिला शुरू हो जाएं. जी हां, इसके लिए रेस्टोरेंट्स का संगठन कोशिश में जुटा है. अब रेस्टोरेंट्स जोमैटो (Zomato) और स्विगी (Swiggy) जैसी बड़ी फूड डिलीवरी कंपनियों से मुकाबला करने का प्लान कर रहे हैं. उनका दावा है कि फूड डिलीवरी कंपनियां प्राइवेट लेबल फूड बेच रही हैं, इसका असर उनके बिजनेस पर पड़ रहा है. अब रेस्टोरेंट्स सरकार की तरफ से समर्थित ओएनडीसी (ONDC) प्लेटफॉर्म का यूज करके ग्राहकों तक खाना डिलीवर करेंगे.
छोटे व्यापारियों की बड़े प्लेटफार्म पर निर्भरता कम होगी
ओएनडीसी (ONDC) के साथ जुड़ने की योजना पर काम शुरू हो गया है. रेस्टोरेंट इस प्लेटफॉर्म से लोगों को जोड़ने का तरीके खोज रहे हैं. आपको बता दें ओएनडीसी (ONDC) एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो अलग-अलग ई-कॉमर्स कंपनियों को एक-दूसरे से जोड़ता है. इसका मकसद छोटे व्यापारियों की बड़े प्लेटफार्म पर निर्भरता कम करने में मदद करना है. नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के ट्रस्टी अनुराग कत्यारी ने टीओआई से बातचीत में बताया कि ओएनडीसी (ONDC) के साथ साझेदारी करने से रेस्तरां को अपना डिजिटल बिजनेस वापस हासिल करने में मदद मिलेगी.
Zomato और Swiggy के हालिया कदम से नाराज रेस्टोरेंट मालिक
ओएनडीसी (ONDC) के जरिये रेस्तरां को अपने कस्टमर डेटा तक आसानी से पहुंच मिलेगी. डाटा अभी Zomato और Swiggy के पास है. उन्होंने कहा कि शुरुआत में कुछ समस्याएं आ सकती हैं. लेकिन लंबे समय में यह कदम रेस्तरां के लिए फायदेमंद साबित होगा. Zomato और Swiggy के हालिया कदम से नाराजगी जताते हुए कहा कि Zomato ने पिछले दिनों ‘Bistro’ ऐप लॉन्च किया, जबकि Swiggy ने ‘Snacc’ को लॉन्च किया है. NRAI का कहना है कि इन ऐप के जरिये दोनों कंपनियां प्राइवेट लेबल फूड बेच रही हैं. इसके लिए उनके कस्टमर डाटा का यूज किया जा रहा है.
Zomato का दावा, Bistro के पास रेस्तरां का डेटा नहीं
हालांकि, Swiggy ने इसके लिए कुछ ब्रांड्स जैसे Blue Tokai के साथ करार किया है. लेकिन रेस्तरां का मानना है कि यह बिजनेस का एक बहुत छोटा हिस्सा है. Zomato के को-फाउंडर और CEO दीपिंदर गोयल ने एक पत्र में कहा कि Bistro कोई प्राइवेट लेबल या Zomato Kitchen नहीं है. उनका कहना था कि Bistro एक अलग ऐप है और इसके मेन्यू पब्लिक स्नैकिंग पैटर्न के बेस पर तैयार किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि Bistro के पास रेस्तरां का डेटा नहीं है. Zomato का दावा है कि देश में आउट-ऑफ-होम फूड कंजम्पशन में तेजी आने की संभावना है और Bistro जैसे नए सर्विस मॉडल से नए ग्राहक जुड़ेंगे.
NRAI का कहना है कि ONDC के साथ मिलकर काम करने से रेस्तरां के लिए लागत कम हो जाएगी. इससे वे पसंद के लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स को चुन सकेंगे. अभी Swiggy और Zomato को रेस्तरां की तरफ से काफी कमीशन देना पड़ता है, यह 35% तक हो सकता है. कत्यारी ने कहा कि Zomato और Swiggy पूरी इकोसिस्टम को कंट्रोल कर रहे हैं, जिससे रेस्तरां को अपनी लॉजिस्टिक्स सर्विस का यूज करने का मौका नहीं मिलता. ONDC के जरिये यह स्थिति बदल सकती है, जिससे रेस्तरां को ज्यादा काम करने की आजादी मिलेगी.
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