कल फिलिस्तीन और आज बांग्लादेश… प्रियंका गांधी संसद में हिंदुओं के लिए एक विशेष बैग लेकर।
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16 दिसंबर को प्रियंका गांधी हमास-इजराइल के पीड़ितों के समर्थन में ‘फिलिस्तीन’ शब्द लिखा एक बैग लेकर आईं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से इस्तीफा देने के बाद प्रियंका गांधी ने वहां से उपचुनाव लड़ा। चुनाव में जीत के बाद यह प्रियंका गांधी का पहला शीतकालीन सत्र है। इस संदर्भ में प्रियंका गांधी विभिन्न मुद्दों को लेकर इस सत्र में छाई रहीं। 16 दिसंबर को प्रियंका गांधी हमास-इजराइल में फिलिस्तीनी पीड़ितों के समर्थन में ‘फिलिस्तीन’ शब्द लिखा एक बैग लेकर आईं। इसके बाद कई लोगों ने सांसद प्रियंका गांधी की तारीफ की। तो, कुछ लोगों ने उनकी आलोचना की। अब, प्रियंका गांधी आज अपने कंधे पर एक विशेष बैग लटकाए हुए संसद पहुंची थीं। जिस पर लिखा था: बांग्लादेश में हिंदुओं और ईसाइयों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ खड़े हों।
प्रियंका गांधी के बैग में क्या है?
मंगलवार को सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं और ईसाइयों पर हो रहे अत्याचारों के बारे में कुछ नहीं बोल रही है। इस दौरान प्रियंका गांधी एक बैग लेकर चल रही थीं, जिस पर लिखा था, “बांग्लादेश में हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हों।” इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान हर किसी के हाथ में यह खास थैला नजर आया।
प्रियंका गांधी की चर्चा विदेशों में भी हो रही है।
16 दिसंबर को शीतकालीन सत्र के दौरान प्रियंका गांधी जो बैग लेकर संसद गईं, उस पर ‘फिलिस्तीन’ शब्द लिखा था। इस बैग पर एक कटे हुए तरबूज का चित्र भी था। जिसे फिलिस्तीनी संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। सांसद प्रियंका गांधी लगातार फिलिस्तीन और गाजा में पीड़ितों के लिए आवाज उठाती रही हैं। प्रियंका ने इजरायल और हमास के बीच युद्ध के एक साल बाद भी इजरायल पर निशाना साधा। उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री की भी आलोचना की।
इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने प्रियंका गांधी की तारीफ करते हुए उन्हें ‘नेहरू की पोती’ बताया। उन्होंने पाकिस्तानी सांसदों की भी आलोचना की जिन्होंने ऐसी कोई बात नहीं देखी।
एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर संसद में असमंजस
देश में लोकसभा और विभिन्न राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने के लिए ‘एक दिन एक चुनाव’ विधेयक पेश किया गया है। यह 129वां संशोधन विधेयक आज केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा लोकसभा में पेश किया गया। कानून मंत्री द्वारा यह विधेयक पेश किए जाने के बाद लोकसभा में भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और ममता बनर्जी की पार्टी ने इस विधेयक का विरोध किया है।
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