नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    May 4, 2025

    इजरायल से जंग खत्म कराने के लिए भारत से ईरान ने क्यों मांगी मदद, रूस-चीन के लिए क्या कहा?

    1 min read
    😊

    ईरान की ओर से इजराइल पर हमला किए जाने के बाद से पश्चिम एशिया में तनाव काफी बढ़ गया है. मध्य पूर्व में तेजी से बिगड़ते हालात पर पूरी दुनिया की नजर और चिंता है. इसी बीच ईरानी राजदूत ने भारत की ताकत का लोहा माना है और कहा है कि अगर भारत चाहे तो पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव को कम करने में अपनी भूमिका निभा सकता है.

    ईरान ने हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह की मौत का बदला लेने के लिए मंगलवार रात इजरायल पर करीब 180 मिसाइलें दागीं. इससे एक बार फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गए हैं. इजरायल पहले से ही लेबनान में हिजबुल्ला, हमास, हूती से जंग लड़ रहा है. रूस का यूक्रेन से जंग खत्म ही नहीं हो रही. इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Hamas) की जंग की आग मिडिल ईस्ट (Middle East) में ऐसी फैली की चारों तरफ अब जंग ही सुनाई दे रही है.

    मिडिल ईस्ट में लगी जंग की आग
    मिडिल ईस्ट में आने वाले दिनों में स्थिति और भी लगातार बदतर होती जा रही है. इस बीच ईरान के राजदूत इराज इलाही (Iraj Elahi) ने पश्चिमी एशिया में स्थिरता लाने में मदद करने के लिए भारत के दखल की मांग की है. जानें पूरा मामला. भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने शुक्रवार को कहा कि भारत बड़ी शक्ति और ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज होने के नाते पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष को कम करने में ‘सक्रिय भूमिका’ निभा सकता है.

    रूस-चीन से क्या मांगी मदद?
    इलाही ने न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई वीडियो’ को दिए एक विशेष इंटरव्यू में इजराइल-हिजबुल्ला संघर्ष और इजराइल-हमास संघर्ष के बारे में बात करते हुए यह बात कही है. यह पूछे जाने पर कि क्या ईरान ने संघर्ष के संबंध में अन्य देशों से संपर्क किया है, इलाही ने कहा कि ईरान ने रूस और चीन के साथ संपर्क किया है लेकिन वह भारत के साथ सीधा संपर्क में नहीं है. लेकिन ईरान ने भारत के साथ-साथ अन्य प्रभावशाली देशों से आग्रह किया है कि वे इजराइल से तनाव कम करने के लिए कहें.

    ईरान बनना चाहता है शक्तिशाली क्षेत्र
    ईरान के राजदूत ने कहा कि हमारा मानना ​​है कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता है. हम (ईरान) एक शक्तिशाली देश के बजाय एक शक्तिशाली क्षेत्र चाहते हैं. किसी देश के विकास के लिए शांति और स्थिरता सबसे पहली शर्त है.’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन फलस्तीन में जो हो रहा है उसके प्रति हम बेरुखी नहीं दिखा सकते… हम फलस्तीन में लोगों के मारे जाने की घटनाओं को नजरअंदाज या उपेक्षा नहीं कर सकते.’’

    भारत से मांगी मदद
    राजदूत ने भारत के साथ संबंधों पर कहा कि भारत ईरान और इजराइल दोनों का घनिष्ठ मित्र है. इलाही ने कहा, “लेकिन हमारे रिश्ते 2,000 साल पुराने हैं जबकि भारत और इजराइल के रिश्ते इतने पुराने नहीं हैं. एक बड़ी शक्ति और ग्लोबल साउथ की आवाज होने के नाते भारत इस क्षेत्र में तनाव कम करने में सक्रिय भूमिका निभा सकता है.’’ उन्होंने कहा कि ईरान को उम्मीद है कि भारत तनाव कम करने के लिए अपने प्रभाव और क्षमताओं का इस्तेमाल करेगा.

    भारत से क्यों है उम्‍मीद?
    भारत हमेशा से ही जंग के बजाय शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए समस्या के समाधान पर जोर देता रहा है. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जंग खत्म करने को लेकर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से बात भी कर चुके हैं. इजरायल ने जब अपने पड़ोसी लेबनान में मिलिशिया ग्रुप हिज्बुल्लाह के ठिकानों को टारगेट करना शुरू किया, तब भी पीएम मोदी ने नेतन्याहू को फोन किया था और उनसे हमले रोकने की अपील की थी. भारत के पीएम रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में ही दोनों देशों के राष्टपति से मिल चुके हैं.

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    9:48 PM