कौन हैं जितेंद्र सिंह शंटी? दिल्ली चुनाव से पहले जिन्हें आम आदमी पार्टी में ले आए अरविंद केजरीवाल।
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कराने में मदद करने, बीमार लोगों को एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने और 100 से ज्यादा बार रक्तदान कर रिकॉर्ड बना चुके जितेंद्र सिंह शंटी शाहदरा सीट से भाजपा विधायक भी रहे हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भाजपा के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह शंटी को आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलाई. आप नेता राम निवास गोयल के इस्तीफे के बाद केजरीवाल को दिल्ली की शाहदरा सीट पर एक कद्दावर उम्मीदवार की तलाश थी. इसके चलते अब शंटी को शाहदरा से आप के टिकट पर चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है. आइए, जानते हैं कि जितेंद्र सिंह शंटी कौन हैं?
केजरीवाल ने जितेंद्र सिंह शंटी और उनके काम के बारे में बताया
आप के संयोजक केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व भाजपा विधायक जितेंद्र सिंह शंटी का आम आदमी पार्टी में शामिल होने का एलान किया. इसके साथ ही उन्होंने शंटी की जमकर तारीफ की. केजरीवाल ने कहा, ‘जितेंद्र सिंह शंटी ना केवल दिल्ली और देश बल्कि विदेशों में भी चर्चित हैं. 29-30 सालों से समाज सेवा में सक्रिय हैं. उन्हें एंबुलेंस मैन जैसे नाम से जाना जाता है. खासकर उन्होंने जिस तरह मृत लोगों को सम्मान दिया है, उनके बारे में कोई नहीं सोचता. क्योंकि उनसे वोट तो मिलता नहीं है. उनका ख्याल तो सच्चा और अच्छा इंसान ही रख सकता है.”
70 हजार से भी ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार करा चुके हैं शंटी
अरविंद केजरीवाल ने जितेंद्र सिंह शंटी के बारे में बताते हुए आगे कहा, “अभी तक वह 70 हजार से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार करा चुके हैं. खासकर कोरोना महामारी के काल में जब लोग अपने घर के लोगों का शव नहीं लेते थे, उस वक्त शंटी जी ने कई शवों का अंतिम संस्कार कराया. इस वजह से उन्हें खुद भी कोरोना हो गया था. उस वक्त जब उनका पूरा परिवार कोरोना से पीड़ित था तब भी वह मिशन में लगे रहे. उन्हें पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. वह बीमार लोगों को एंबुलेंस उपलब्ध कराते हैं, रक्तदान का कैंप लगाते हैं.’
केजरीवाल की अपील पर दोबारा राजनीति में आए शंटी ने क्या कहा?
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के मौके पर जितेंद्र सिंह शंटी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की अपील पर वह दोबारा राजनीति में आए हैं. उन्होंने कहा, “लावारिस लाशों का संस्कार करते समय मुझे अरविंद केजरीवाल जी का फोन आया था कि मैं भी इस यज्ञ में आहूति देना चाहता हूं तो मैंने सोचने का समय मांगा. मेरे दिल, जमीर, परिवार, साथियों ने कहा कि शंटी जी आपके और उनके काम में समानता है. वो पैदा होने से लेकर बुजुर्गों तक सभी जरूरतमंदों की जरूरत पूरा कर रहे हैं. जो प्रवासी यहां योद्धा के रूप में काम करते हैं, उनकी जब मौत हो जाती है तो लकड़ी भी नसीब नहीं होती. जीवन वाला काम ये संभाल रहे हैं और मृत्यु वाला मैं संभाल लूंगा. हम दोनों भगत सिंह के अनुयायी हैं.’
शहीद भगत सिंह सेवा दल फाउंडेशन के संस्थापक हैं जिंतेंद्र सिंह शंटी
मशहूर समाजसेवी और पद्म श्री विजेता जितेंद्र सिंह शंटी ने खुद के बारे में बताया कि वह 106 बार रक्तदान कर रिकॉर्ड बना चुके हैं. उन्होंने शहीद भगत सिंह सेवा दल (एसबीएस) फाउंडेशन की स्थापना भी की है. दिल्ली और आसपास के शहरों में उन्हें एंबुलेंस मैन के नाम से भी जाना जाता है. जितेंद्र सिंह शंटी 2013 के चुनाव में शाहदरा विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. दो बार झिलमिल वार्ड के पार्षद भी रह चुके हैं. हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें आप के उम्मीदवार राम निवास गोयल के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा था.
राम निवास गोयल ने की चुनावी राजनीति से तौबा, शंटी की दोबारा एंट्री
विधानसभा चुनाव में हार के बाद से जितेंद्र सिंह शंटी को राजनीति में कम सक्रिय बताया जा रहा था. राजनीति की तुलना में वह समाज सेवा के क्षेत्र में ज्यादा समय लगा रहे थे. हालांकि, शंटी के आप में शामिल होने से ठीक पहले उनके पुराने प्रतिद्वंदी राम निवास गोयल का अरविंद केजरीवाल को लिखा पत्र सामने आ गया, जिसमें उन्होंने चुनावी राजनीति से अलग होने के फैसले के बारे में जानकारी दी. शंटी को आप में शामिल करवाने के दौरान केजरीवाल ने राम निवास गोयल को अपना अभिभावक बताया. जितेंद्र सिंह शंटी से एक दिन पहले ही भाजपा नेता प्रवेश रतन भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे.
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