10वीं और 12वीं के बाद करियर चुनते वक्त जरूर ध्यान रखें ये 5 बात.
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करियर का रास्ता चुनना ट्रेंड्स, साथियों के दबाव या सामाजिक अपेक्षाओं पर आधारित नहीं होना चाहिए. यह एक अहम फैसला है जो भविष्य की सफलता को शेप देता है.
करियर सेलेक्शन एक कठिन और चुनौतीपूर्ण काम है. 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं नजदीक आ रही हैं, ऐसे में छात्र खुद को सही करियर पाथ चुनने के कठिन निर्णय से जूझते हुए पाते हैं. आज की दुनिया में, नॉलेज और रिसोर्सेज की प्रचुरता छात्रों को मुट्ठी भर ऑप्शन तक सीमित करने के बजाय मौकों की एक बड़ी सीरिज प्रदान करती है.
इनटरेस्ट मेपिंग
स्टूडेंट्स को साथियों के दबाव या सामाजिक अपेक्षाओं के आगे झुकने के बजाय अपने इटरेस्ट, प्राथमिकताओं और जुनून का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करना चाहिए. अपने जुनून के मुताबिक करियर अपनाने से किसी अनुपयुक्त नौकरी के कारण होने वाली निराशा, थकान या असंतोष की संभावना काफी कम हो जाती है. पर्सनल स्ट्रेंथ, स्किल और एक्सपर्टीज के एरिया की पहचान करने से आत्मविश्वास बढ़ेगा और चुने हुए करियर पाथ में सफलता बढ़ेगी.
रिसर्च एंड फ्यूचर डिवेलपमेंट
तेजी से टेक्नोलॉजी एडवांस्मेंट हो रहा है और बदलती ग्लोबल प्रीफरेंसेज के साथ, भविष्य के कई जॉब रोल का इनवेंट होना अभी बाकी है. व्यापक रिसर्च करना और उभरते ट्रेंड्स के बारे में जानकारी रखना छात्रों को उच्च विकास क्षमता और मांग वाले स्किल वाले उद्योगों की पहचान करने में मदद कर सकता है. यह जागरूकता उन्हें भविष्य के मौकों के साथ अपने करियर ऑप्शन को अलाइन करने में सक्षम बनाएगी.
स्किल डेवलपमेंट
मॉडर्न इकोनॉमी में, जहां टेक्नोलॉजी हावी है, स्किल और ट्रेनिंग के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता. स्टूडेंट्स को ग्लोबल मार्केट में कंपटीशन में बने रहने के लिए लगातार “अपस्किलिंग और रीस्किलिंग” की जरूरत को स्वीकार करना चाहिए. केवल एकेडमिशियन्स पर फोकस करने के बजाय, उन्हें एक ऐसा करियर पाथ चुनना चाहिए जो स्किल बढ़ाई और लगातार डिवेलप हो रहे प्रोफेशनल सिनेरिओ के लिए अनुकूलनशीलता को बढ़ावा दे.
फाइनेंशियल प्लानिंग एंड रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट (आरओआई)
एक वेल-थॉट कैरियर प्लानिंग में लॉन्गटर्म स्टेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए फाइनेंशियल कंसीडरेशन शामिल होने चाहिए. छात्रों को कैरियर ऑप्शन का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करके एक प्रैक्टिकल अप्रोच को अपनाना चाहिए. जबकि भविष्य की कैरियर संभावनाएं आशाजनक लग सकती हैं, वर्तमान में अत्यधिक फाइनेंशियल स्ट्रेस से बचना जरूरी है. पर्सनल एस्पिरेशन को फाइनेंशियल वायबेलिटी के साथ बेलेंस करने वाले ऑप्शन बनाने से प्रोफेशनल सफलता और फाइनेंशियल सुरक्षा दोनों सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.
कोर्स करेक्शन स्ट्रेटजी
स्टूडेंट्स को यह समझना चाहिए कि करियर के रास्ते कभी भी एक लाइन नहीं होते. अगर उन्हें लगता है कि उनका चुना हुआ करियर सीमित है या उसमें विकास के मौकों की कमी है, तो उन्हें साथियों, सलाहकारों से मार्गदर्शन लेना चाहिए. बदलाव के लिए तैयार रहना, नए अवसरों के लिए खुद को तैयार करना और कोर्स करेक्शन को प्रोफेशनल डिवेलपमेंट का एक स्वाभाविक हिस्सा मानना, न कि एक बाधा के रूप में, उन्हें अपने करियर को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने में मदद करेगा.
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