नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    May 30, 2025

    वीजा किया रद्द तो अदालत में घसीट लाया ये भारतीय, जानें कौन हैं ट्रंप की नाक में दम करने वाले 4 स्टूडेंट।

    1 min read
    😊

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से विवादों में हैं. उन पर एक भारतीय छात्र और तीन अन्य विदेशी छात्रों ने अदालत में केस दायर कर दिया है.

    अमेरिका के मिशिगन राज्य में एक भारतीय छात्र और तीन अन्य विदेशी छात्रों ने स्टूडेंट वीजा (F-1 स्टेटस) रद्द किए जाने के खिलाफ अदालत में केस दायर किया है. इनमें भारत के चिन्मय देवरे, चीन के दो छात्र जियांगयुन बु और क्यूई यांग और नेपाल के योगेश जोशी शामिल हैं.

    इन छात्रों का कहना है कि अमेरिका के होमलैंड सुरक्षा विभाग (DHS) और इमिग्रेशन विभाग (ICE) ने बिना कोई जानकारी दिए और बिना किसी सही कारण के उनका वीजा स्टेटस कैंसिल कर दिया. उन्होंने बताया कि अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की जानकारी रखने वाले SEVIS सिस्टम में उनका स्टेटस अचानक और गलत तरीके से खत्म कर दिया गया. इसलिए उन्होंने अब इसके खिलाफ संघीय अदालत में मुकदमा किया है.

    जानें क्या है पूरा मामला
    अमेरिका में पढ़ाई करने गए इन चारों छात्रों ने अदालत में कहा है कि उनका स्टूडेंट वीजा अचानक रद्द कर दिया गया, लेकिन इससे पहले उन्हें न तो कोई नोटिस मिला और न ही कोई कारण बताया गया. उनका कहना है कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है और न ही इमिग्रेशन (आव्रजन) के नियमों का उल्लंघन किया है. वे कभी किसी राजनीतिक गतिविधि में भी शामिल नहीं हुए. छात्रों ने यह भी बताया कि कुछ को सिर्फ छोटे-मोटे ट्रैफिक चालान या चेतावनी मिली थी, लेकिन ऐसे मामलों को वीजा रद्द करने की वजह नहीं माना जा सकता.

    ACLU ने जारी किया बयान
    छात्रों की मदद कर रही संस्था अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन मिशिगन (ACLU) ने कहा है कि सरकार की यह कार्रवाई गलत और गैरकानूनी है. इस मामले में ACLU की वकील रामिस वदूद ने कहा कि सरकार की ऐसी सख्त और गलत नीतियों से न सिर्फ छात्रों का जीवन प्रभावित होता है बल्कि इससे अमेरिका की शिक्षा प्रणाली की छवि भी खराब होती है.

    उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटनाएं होती रहीं तो आगे चलकर अंतरराष्ट्रीय छात्र अमेरिका में पढ़ाई करने से डर सकते हैं. ACLU ने बताया कि वीजा अचानक रद्द होने के ऐसे मामले सिर्फ मिशिगन में ही नहीं, बल्कि न्यू हैम्पशायर, इंडियाना और कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में भी सामने आए हैं और वहां भी इसी तरह के केस दायर किए गए हैं.

    ट्रंप प्रशासन की नीतियों पर उठ रहे हैं सवाल
    यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब ट्रंप प्रशासन की कड़ी आव्रजन नीतियों की वजह से अमेरिका में पढ़ रहे हजारों अंतरराष्ट्रीय छात्र परेशान हो रहे हैं. कई छात्रों का वीजा बिना सूचना के खत्म कर दिया गया है या उन्हें देश से बाहर भेजने (डिपोर्ट) का नोटिस मिल रहा है, जिससे उनकी पढ़ाई बीच में रुकने का खतरा बन गया है. छात्रों को डर है कि उन्हें किसी भी समय हिरासत में लिया जा सकता है या देश से निकाल दिया जा सकता है.

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    8:56 AM