एवियन बोटुलिज्म क्या है? जो एक साथ लील गया 500 पक्षियों की जिंदगी।
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प्रशासन को 26 अक्टूबर को इन पक्षियों की मौतों के बारे में पता चला. तब से अबतक सांभर झील में ‘एवियन बोटुलिज़्म’ के कारण 520 पक्षियों की मौत हो चुकी है. बोटुलिज्म एक गंभीर न्यूरोमस्कुलर बीमारी है.
राजस्थान की सांभर झील में 500 से अधिक प्रवासी पक्षियों की मौत से हड़कंप मच गया है. बड़े पैमाने पर हुई मौतों से स्थानीय लोग भी दहशत में हैं. मामले का खुलासा होते ही जांच कराई गई. जिसके बाद अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बरेली में सेंट्रल एवियन रिसर्च इंस्टीट्यूट की जांच रिपोर्ट में इन पक्षियों की मौत के कारण की पहचान हो गई है. एजेंसी ने मौतों की वजह ‘एवियन बोटुलिज़्म’ को बताया है, जो एक गंभीर बीमारी है. लैब रिपोर्ट आने के बाद स्थानीय उपमंडल अधिकारी जीतू कुल्हारी ने बयान जारी करके झील की वर्तमान स्थिति का ब्योरा जारी किया है.
26 अक्टूबर को खुलासा
रिपोर्ट के मुताबिक प्रशासन को 26 अक्टूबर को इन पक्षियों की मौतों के बारे में पता चला. तब से अबतक सांभर झील में ‘एवियन बोटुलिज़्म’ के कारण 520 पक्षियों की मौत हो चुकी है. बोटुलिज्म एक गंभीर न्यूरोमस्कुलर बीमारी है. यह बीमारी पक्षियों के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे उनके पंख और पैर लकवाग्रस्त हो जाते हैं. इसमें मौजूद जहर पक्षियों के लिए अक्सर घातक यानी जानलेवा साबित होता है.
सफाई अभियान जारी, हालात पर नजर
कुल्हारी ने बताया कि मृत और बीमार पक्षियों को झील क्षेत्र से हटाया जा रहा है. SDRF, पशुपालन, वन विभाग और प्रशासन की 10 टीमों के सदस्य झील क्षेत्र में बचाव और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि बीमार पक्षियों का बचाव कर मीठड़ी में बनाए गए राहत केंद्र में लाया जा रहा है, जहां पशुपालन और वन विभाग की टीमें उनका उपचार कर रही हैं.
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