नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 29, 2025

    क्या होते हैं Baby IIM, कितनी है देश में इनकी संख्या और कैसे करें कम फीस में यहां से MBA?

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    भारत में मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए आईआईएम सबसे बेस्ट इंस्टीट्यूट माने जाते हैं. लेकिन हाई कट ऑफ के कारण यहां एडमिशन मिलना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन देश में कई Baby IIMs भी हैं, जहां आप कम कट ऑफ में भी एडमिशन लेकर मैनेजमेंट की पढ़ाई कर अच्छा पैकेज हासिल कर सकते हैं.

    बेबी आईआईएम भारत में स्थापित नए आईआईएम (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट) हैं, जिन्हें 2011 और उसके बाद स्थापित किया गया है. इन इंस्टीट्यूट को भारत सरकार द्वारा “IIM” का दर्जा दिया गया है और इन्हें देश में हाई लेवल मैनेजमेंट एजुकेशन प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है. हालांकि, इन्हें “Baby IIMs” इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये अभी पुराने और प्रतिष्ठित आईआईएम (जैसे IIM अहमदाबाद, IIM बैंगलोर) की तरह पूरी तरह से विकसित नहीं हुए हैं.

    भारत में Baby IIMs की संख्या: वर्तमान में भारत में 9 Baby IIMs हैं
    1. IIM अमृतसर
    2. IIM बोधगया
    3. IIM जम्मू
    4. IIM नागपुर
    5. IIM संबलपुर
    6. IIM सिरमौर
    7. IIM विशाखापत्तनम
    8. IIM त्रिची
    9. IIM काशीपुर

    इनमें से कई इंस्टीट्यूट ने अपनी पहचान बनाई है और इन्हें अब “Emerging IIMs” के रूप में भी देखा जा रहा है.

    Baby IIMs में एडमिशन प्रक्रिया
    Baby IIMs में एडमिशन प्रक्रिया प्रमुख रूप से CAT (Common Admission Test) स्कोर पर आधारित है. इसके साथ-साथ वेटेज अन्य क्राइटेरिया को भी दिया जाता है:

    1. CAT स्कोर:
    CAT का स्कोर Baby IIMs में एडमिशन का प्राथमिक आधार है.

    2. Personal Interview (PI) और Written Ability Test (WAT):
    हाई स्कोर के बाद उम्मीदवारों को PI और WAT के लिए बुलाया जाता है.

    3. एकेडमिक रिकॉर्ड:
    उम्मीदवार के 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन के मार्क्स भी एडमिशन प्रक्रिया में भूमिका निभाते हैं.

    4. वर्क एक्सपीरियंस:
    जिन उम्मीदवारों के पास वर्क एक्सपीरियंस है, उन्हें एक्सट्रा वेटेज मिलता है.

    5. डाइवर्सिटी फैक्टर:
    शैक्षणिक या जेंडर डाइवर्सिटी को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग फैक्टर का भी ध्यान रखा जाता है.

    Baby IIMs के विशेष पहलू

    1.नई सुविधाएं:
    ये इंस्टीट्यूट नई तकनीकों, मॉडर्न इन्फ्रास्ट्रक्चर और उच्च स्तरीय फैकल्टी के साथ आगे बढ़ रहे हैं.

    2.संभावनाएं और बढ़त:
    चूंकि ये IIMs नए हैं, इसलिए छात्रों को सस्ती फीस, बड़े कैंपस और तेजी से बढ़ते अवसर मिलते हैं.

    3.प्लेसमेंट:
    Baby IIMs में प्लेसमेंट अभी उतना मजबूत नहीं है जितना पुराने IIMs में है, लेकिन इनमें भी कई मल्टीनेशनल कंपनियां अच्छे पैकेज ऑफर करती हैं.

    क्यों चुने Baby IIMs?

    1.IIM का ब्रांड:
    Baby IIMs का टैग भी आपके करियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है.

    2.कम प्रतिस्पर्धा:
    पुराने IIMs की तुलना में यहां कम कट-ऑफ पर भी एडमिशन मिल सकता है.

    3.तेजी से विकास:
    Baby IIMs ने अपनी गुणवत्ता को तेजी से बढ़ाया है, जिससे यहां से पढ़ने का अनुभव बेहतर हो रहा है.

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    6:03 AM