विजया ने लोगों के सपनों को पंख देने का संकल्प लिया है।
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स्पप्नपुर्ती का सफर विश्वास और इमानदारी के साथ जारी है, ग्राहकों का सपना साकार करने के लिए उनका जिवन समर्पीत है ।
हम अपने जिवन में सपनों का आशियाना बनाते है, और चाहते है की एक आलिशान घर हो जिसमें सारी सुख सुविधाए हो , और झुलेपर झुलते हुऐ गाना गाते गाते शाम बिताऐ और फुलों के बागीचे में तितलीयों के संग खेलते हुए वक्त गुजरें ये सब हम सपने मे ही देखते है लेकीन कुछ सपने हम हकिकत में बदल सकते है अगर हमे सही दिशा और सही मागदर्शक मिल जाऐ।
यही बात ध्यान मे रखते हुऐ लोगों के सपनों की एहमियत समझे हुए विजया जी ने स्वप्नपुर्ती डेव्हलपर्स की शुरूआत की जिसमें लोगों के पैसो का सही मुल्य मिल सके और उनके सपनो को सही उडान मिल सके यही लक्ष्य उन्होंने रखा।
शुरूआती दौर में विजया जी कवी संम्मेंलनों में जाया करती थी, वे खुद एक लेखिका, कवी, व्याख्याता होने के साथ साथ चित्रसृष्टी से जुडी थी, उन्हें कईबार नांदेड पुणे आना जाना होता था , लेकीन इतना लंबा सफर तैय करने के बाद वे खुदके लीऐ समय नही दे पाती थी, तो उन्होंने पुणे में आकर बसने का इरादा पक्का कीया , उन्होंने सबसे पहले डेव्हलपर्स के क्षेत्र में नोकरी ढुंडना शुरू कीया , और वही से उनके जिवन को नई दिशा मीली।
घरपरीवार की जिम्मेदारीयाॅ संभालने के लिए और खुद के कुछ अधुरे सपनें पुरे करने के लिए उन्होंने डेव्हलपर्स के फिल्ड में पेहला कदम रखा , और सारी बारीकीया सिखने समझने के बाद, ग्राहकों की सही जरूरतों को ध्यान में रखते हुऐ उन्होंने काम की शुरूआत की।
वैसे तो ये क्षेत्र महिलाओं के लिए बडा ही कठीण है, क्योकी कई लोगों से मिलना जुलना और सारी बारीकीयों का ध्यान देना और खास करके लोगों के मेहनते के पैसो की एहमीयत समझना ये सारे काम बडे ही मुश्किल होते है, लेकीन ये सब आसान हो पाया उनके पती का साथ पाने से, जिन्होंने हरकदम उनका साथ दिया, हौसला बढाया, उन्हें उनके परिवार का पुरा सहयोग मिला तभी तो वो दुसरों के सपने साकार करने की हिम्मत जुटा पाई।
विजयाजीने नोकरी करते करते काफी सारी चिजे बारीकीयों से सीखी थी, क्योकी वे खुद एक अच्छी छात्र रही जीन्हें नई चिजें सिखने समझने में अधीक रूची थी, उसीका फायदा उन्हें उनके बिझनेस को आगे बढाने में हो सका , मराठवाडा से आई हुई लडकी समझकर उन्हें कुछ लोगों ने कम आका था , लेकीन वे भुल गऐ की गाव की मिट्टी में ही सच्ची खुशबू होती है , अपनी जिद और मेहनत के बलबुतेपर उन्होंने खुद को साबित कर दिखाया, की वो भले ही गांव से आई हो लेकीन वो कीसी से कीसी को भी मामले में कम नही है।
उन्होंने शुरूआती दौर में कडी मेहनत लगन से काम किया जिसका फायदा उन्हें काम में बढोतरी मिलने लगी , और वे कंपनी के मॅनेजमेंट के काम संभालने लगी , उन्हें उनके काम के प्रती निष्ठा और लगन देखते हुए पार्टनरशीप की ऑफर मीली जो उन्होंने स्विकार की, और ग्राहकों का दील जीतने लगी।
कुछ साल कंपनी में काम करने के बाद उन्हें खुद के सपनो कें लिए कुछ करना था, तो उन्होंने नोकरी छोड खुद की कंपनी शुरू की जिसका नाम स्वप्नपुर्ती डेव्हलपर्स रखा, जिसके माध्यम से कई रो बंगलो, फार्महाउस, घर, बिल्डींग जैसे काम सफलतापुर्वक पुर्ण कीऐ , उन्होंने ग्राहकों के सपनों को साकार करने में बडा सहयोग दिया, सही दिशा और मार्गदर्शन भी दिया , जिससे उन्होंने कई ग्राहकों का भरोसा जित लीया।
कंपनी में ग्राहकों की आवश्यकताओं को प्राथमिकता देते हुऐ , पारदर्शकता के साथ व्यवहार किऐ जाते थे , उन्हे उनकी टिम पर नाज है जिनके भरोसे से आज वो सफलता की राहपर चल पडी है , ग्राहकों कों बेहतर सेवा देने में उनकी टिम महत्वपुर्ण भुमिका निभाती है , लोगों ने देखा हुआ सपना जब साकार होता है, उनके चेहरेपर जो खुशी नजर आती है, वही खुशी विजयाजी खुद मेहसूस करती है , क्योकी उन्हें ग्राहकों के सपनों का एहसास है , उन्हें वही से आगे बढने की प्रेरणा भी मिलती है।
ग्राहकों ने प्लाॅट खरीदने के बाद भी वे उनके साथ डटकर खडे होते है और ग्राहकों को उनके जरूरत के अनुसार सारे विकल्प उपलब्ध कराऐ जाते है , और असंभव को संभव करने की अपनी महारत के साथ वे ग्राहकों की सेवा में निरंतर काम कर रहे है और स्वप्नपुर्ती का संकल्प सही माई ने मे पुरा होता हुआ उन्हें नजर आ रहा है , हम रिसील की और से उन्हे उनके स्वप्नपुर्ती के लिए शुभकानाए करते है।
लेखक: सचिन आर जाधव
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