महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों पर प्रतिबंध, वीवीआईपी पास रद्द; भगदड़ के बाद सरकार ने जारी किए दिशा-निर्देश!
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अधिकारियों को मेला क्षेत्र में यातायात का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित करने तथा अनावश्यक रुकावटों से बचने के निर्देश दिए गए हैं।
मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर गंगा घाट पर स्नान करने गए तीस श्रद्धालुओं की महाकुंभ मेले में भगदड़ मचने से मृत्यु हो गई। जैसे ही बैरिकेड्स हटाए गए, श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ में 90 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। उत्तर प्रदेश सरकार ने भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं। तदनुसार, इस क्षेत्र में सभी प्रकार के वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है तथा वीवीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं।
योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी दिशा-निर्देश क्या हैं?
भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महाकुंभ क्षेत्र में सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वीवीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं और किसी विशेष पास वाले वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है। चार पहिया वाहनों के शहर में प्रवेश पर 4 फरवरी तक प्रतिबंध रहेगा।
अधिकारियों को मेला क्षेत्र में यातायात का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित करने तथा अनावश्यक रुकावटों से बचने के निर्देश दिए गए हैं।
आदित्यनाथ ने कहा कि यदि स्ट्रीट वेंडर अपना कारोबार चला रहे हैं तो उन्हें खाली स्थानों पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए तथा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यातायात प्रभावित न हो। यहां आने वाले लोगों को अनावश्यक रूप से नहीं रोका जाना चाहिए।
पुलिस अधिकारियों को मेला क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज और वाराणसी-प्रयागराज जैसे मार्गों पर यातायात बाधित न हो। प्रयागराज से सभी वापसी मार्ग खुले और निर्बाध रहने चाहिए।
वर्तमान स्थिति को देखते हुए श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने की अनुमति दी जानी चाहिए। मेला क्षेत्र में जहां भी वे ठहरें, वहां सभी स्थानों पर भोजन एवं पेयजल की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।
आदित्यनाथ ने बताया कि अगले दो दिनों में लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट और मिर्जापुर पहुंच रहे हैं। स्थिति को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने इन शहरों में निरंतर सतर्कता बरतने का आह्वान किया तथा स्थिति के अनुसार आगे बढ़ने के लिए सीमा पर नियंत्रण क्षेत्र बनाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भीड़ के प्रवाह को बनाए रखने के लिए बैरिकेड्स का प्रभावी उपयोग करें तथा मेला क्षेत्र में उचित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करें।
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