सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी: फिर रुलाएगा प्याज! आलू समेत अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़े
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Onion Price Hike: यहां जब पत्तेदार सब्जियों के दाम बढ़ते हैं तो घर का बजट चरमरा जाता है. उपभोक्ता मामले विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, आलू और अन्य सब्जियों की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है.
सर्दियों में ज्यादातर सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं. देखा जा रहा है कि पिछले महीने से कीमतें कम नहीं हो रही हैं. सर्दी के दिनों में पत्तेदार सब्जियों के दो से तीन सेट दस रुपये में बिकते हैं। ज्यादातर फल और सब्जियां 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बिकती हैं. ऐसा ही अनुभव लगभग हर साल आता है. हालांकि, पिछले साल हुई बेमौसम बारिश ने सब्जियों और फलों की मात्रा खराब कर दी है. ऐसा देखा गया है कि कीमतें छह महीने से ज्यादा कभी इतनी ऊंची नहीं रहीं. लहसुन की स्थिति अभी भी कुछ वैसी ही है। अभी भी लहसुन की कीमत 70 से 80 रुपये प्रति बुशल से कम नहीं है.
प्रमुख सब्जियों के दाम बढ़े
आम आदमी पहले से ही दिन-ब-दिन बढ़ती महंगाई से तंग आ चुका है. इसी तरह आलू, प्याज और टमाटर जैसी प्रमुख सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं. ऐसे में एक बार फिर आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ने की संभावना है. पिछले कुछ हफ्तों में दैनिक खाद्य कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप खाद्यान्न की कीमतों में वृद्धि हुई है। उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा जनवरी के लिए जारी आंकड़ों के मुताबिक, आलू की खुदरा कीमत में सालाना आधार पर 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और वर्तमान में यह 20 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा जा रहा है। जहां प्याज की खुदरा कीमत 20 फीसदी बढ़कर 30 रुपये प्रति किलो हो गई है, वहीं टमाटर की कीमत में सालाना 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह खुदरा बाजार में 30 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.
‘इन’ सब्जियों के दाम में अभी और बढ़ोतरी की आशंका है
अगले कुछ महीनों में टमाटर और आलू जैसी सब्जियों की कीमतें और बढ़ने की आशंका है. पिछले साल टमाटर और आलू की कीमतों में क्रमश: 36 फीसदी और 20 फीसदी की गिरावट आई थी. जुलाई 2023 में, खराब मानसून की स्थिति के कारण, टमाटर की कीमतों में 202 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी और देश के कई हिस्सों में इसकी कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर थी। इसके बाद सरकार ने आपूर्ति शृंखला सुनिश्चित करने के लिए बाजार में हस्तक्षेप किया और कई जगहों पर टमाटर 70 रुपये प्रति किलो बिकने लगा.
खुदरा बाजार में फिलहाल प्याज 30 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. पिछले तीन महीने में इसकी खुदरा कीमत में 25 फीसदी की गिरावट आई है. अक्टूबर 2023 में प्याज की कीमतों में 74 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, जिसके बाद केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. केंद्र सरकार के प्रयासों से नासिक बाजार में कंदियाता की कीमत आज 1,000 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गई है, जो महीने की शुरुआत में 2,000 रुपये प्रति क्विंटल थी. टमाटर, आलू और प्याज की महंगाई दर क्रमश: 0.6 फीसदी, 1 फीसदी और 0.6 फीसदी है. ऐसे में अगर इन सब्जियों के दाम बढ़ते हैं तो इसका असर खाद्यान्न महंगाई पर जरूर दिखेगा.
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