वंदे भारत स्लीपर का ट्रायल पूरा, चलने से पहले आया बड़ा अपडेट; अब बस इस चीज का इंतजार।
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वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल पूरा होने के बाद अब करोड़ों लोगों को इसके कमर्शियल रूट पर चलने का इंतजार है. इसके शुरू होने के बाद यात्री हाई स्पीड के साथ ही आरामदायक सफर का लुत्फ उठा सकेंगे.
भारतीय रेलवे (Indian Railways) की तरफ से देशभर में अलग-अलग रूट पर वंदे भारत चेयर कार का संचालन किया जा रहा है. जल्द ही स्लीपर वर्जन को चलाने की तैयारी की जा रही है. इस बीच 16 कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को लेकर नया अपडेट सामने आया है. स्लीपर कोच वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल पूरा हो चुका है. अब इसके लिए आरडीएसओ, सीआरएस से हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है. दरअसल, स्लीपर वंदे (Vande Bharat Sleeper) भारत के कमर्शियल परिचालन के लिए ‘रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन’ (RDSO) के सर्टिफिकेशन और आयुक्त, रेलवे सुरक्षा की मंजूरी की जरूरत है. रेलवे बोर्ड की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई.
15 जनवरी को लंबी दूरी का ट्रायल सफल रहा
रेलवे बोर्ड की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि ट्रेन ने 15 जनवरी को लंबी दूरी का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था. बोर्ड ने एक बयान में कहा, ‘भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के कमर्शियल रूट पर चलने से पहले आरडीएसओ (RDSO) ट्रायल के विश्लेषण के बाद अंतिम सर्टिफिकेट जारी करेगा.’ इसमें कहा गया है, ‘रेलवे सुरक्षा आयुक्त ट्रेन का उसकी अधिकतम गति पर मूल्यांकन करेंगे.’ बोर्ड के अनुसार, वर्ल्ड लेवल हाई-स्पीड स्लीपर ट्रेन का सपना अब हकीकत बन गया है, क्योंकि 16 कोच वाली पहली वंदे भारत स्लीपर (Vande Bharat Sleeper) ट्रेन सेट ने 15 जनवरी को मुंबई-अहमदाबाद सेक्शन में 540 किमी की दूरी के लिए आरडीएसओ द्वारा ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया.
180 किमी प्रति घंटे की हाई स्पीड पर आरामदायक यात्रा
बयान में बताया गया कि ‘इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (चेन्नई) ने 17 दिसंबर 2024 को भारत के पहले वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट का निर्माण पूरा कर लिया. रेलवे बोर्ड के अनुसार, एक पखवाड़े के अंदर ट्रेन को कोटा डिवीजन में लाया गया और पिछले महीने के पहले सप्ताह में लगातार तीन दिन तक 30 से 40 किलोमीटर की छोटी दूरी के लिए इसका सफलतापूर्वक ट्रायल किया गया. इस दौरान ट्रेन ने 180 किमी प्रति घंटे की हाई स्पीड पर आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान किया. बोर्ड ने बताया कि लंबी दूरी के ट्रायल भी सफल रहे हैं. यह भारतीय रेलवे के लिए एक अहम कदम है, जो देश में हाई-स्पीड ट्रेनों की शुरुआत की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
रेलवे की इस सफलता से यह साफ है कि भारतीय रेलवे हाई-स्पीड ट्रेनों के संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार है और जल्द ही यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलने लगेगा. रेलवे ने एक और अहम घोषणा की है. प्रोटोटाइप के सफल परीक्षण के बाद, अब नौ और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट का प्रोडक्शन शुरू होने जा रहा है. यह प्रोडक्शन अप्रैल 2025 से दिसंबर 2025 के बीच होगा. यह कदम रेलवे तकनीकी में भारत की आत्मनिर्भरता को और मजबूत करेगा. वंदे भारत ट्रेनों की सफलता के बाद, स्लीपर ट्रेनों का प्रोडक्शन भारतीय रेलवे के लिए एक और बड़ी उपलब्धि होगी.
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