यहोवा यिरे फाउंडेशन के माध्यम से हजारो लोगों को दिया जाता है सहयोग, बेटी एलीजा बोरकुटे का मिला है रमेशजी को पुरा साथ
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यहोवा यिरे अर्बन को.ऑप बॅंक को बनाना है इंटरनॅशल लेवल का ब्रांड ताकी हजारो बेरोजगार लोगों को मिल सके रोजगार के नए मौक़े।
बॅंकींग और फायनान्स दोनोंही बिझनेस काफ़ी जटील होते है। लेकीन बोरकूटेजी ने अपने मित्र बलविंरसिंग मायडू और कुछ मित्रों के सहयोग से 2019 में यहोवा यिरे बचत निधी लि. नाम से निधी बॅंक की स्थापना की, यहोवा यिरे का मतलब है उपाय दिलाने वाला ईश्वर, यह काम काफ़ी मुश्किल था। झिरो बजट से उन्होंने बॅंक की शुरूआत की, उन्हे कई मुश्किलोंका सामना करना पडा। पैसे उधार लेने पड़े। उनके पार्टनर, घर के सदस्य, बच्चे सबके सहयोग से बॅंक की शुरूआत की गई।
बॅंक के लिए सभासद जुटाना, उन्हे कर्ज देना, मार्गदर्शन देना, इन जैसी सेवाए उपलब्ध कराई गई जिसमे उन्हें खुद काफी मुश्किलों का सामना करना पडा। कडी मेहनत करते हुए उन्हे लोगों को मिलने के लिए बाईकपर चंद्रपूर जिले में 100 से 120 किलोमिटर सफर करना पडता था। लोगोंको बिझनेस की आयडिया और इनवेसमेंट के फायदे समझाने का काम वे किया करते। निरंतर वे अपने काम को निष्ठा से करते रहे, और आख़िरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हे सफलता हासिल होने लगी। दो साल बाद उन्होंने तुरंत दुसरे ऑफिस की शुरूआत की, लेकीन दुर्भाग्यवश कुछ महीनों बाद सरकार ने निधी कंपनीया पुरी तरह बंद कर दी। उस समय रमेशजी के संपर्क में 9 से 10 हजार सदस्य जुड़े हुए थे, फिर उन्होंन लोगोंका विश्वास बनाए रखने के लिए यहोवा यिरे अर्बन क्रेडिट को.ऑप सोसायटी ली. नामसें नई संस्था का आगाज किया और अपने कार्य में वे मग्न हो गए।
लोगोंको व्यवसाय करने हेतू यहाँ लोन उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही उन्हे बचत करने के सही तरीकों से अवगत कराया जाता है। उनका मानना है, की जरूरत के हिसाब से लोन लो और बचत करना सिखों और आगे बचत के माध्यमसे लोन से छुटकारा पाए। ताकी भविष्यमें बार बार लोन की आवश्यकता ना हो। पा डाॅ.रमेशकुमार लोन देते समय सर्वसाधारण व्यक्तीयों को ज्यादा प्राथमिकता देते है। बडे व्यापारीयों से ज्यादा उन्हें छोटे दुकानदार, व्यापारी व्यवसाईलोंग ज्यादा महत्वपुर्ण लगते है, वे निरंतर उनकी सेवा मे लगे रहते है। क्योकी वे डेली कलेक्शन करके पैसे वसुल करने का काम करते है।
कोरोना काल में कई लोगों को नुकसान उठाना पडा लेकीन पा डाॅ.रमेशकुमार बोरकुटेजीकी निधी बॅंक शुरू थी। उनके व्यवहार रूके नही। उस दौरान उनके कई कर्मचारीयोंको घरबैठे पगार दिया जा रहा था। उस समय जो लोग लोन रिपेमेंट नही कर पा रहे थे, वो अबतक धिरे धिरे पैसे लौटा रहे है। चंद्रपुर मे लोन कलेक्शन के लिए बुथ तैयार किए गए। लोगोंको रोजगार उपलब्ध कराया गया। जिससे कर्मचारीयोंको निजात मिली।
यहोवो यिरे अर्बन क्रेडिट को-ऑपरेटीव्ह सोसा.लि. बॅंक का नाम आज चंद्रपूर जिलेमें और महाराष्ट्र के हर कोनेमें पहुँच चुका है। उनकी बॅंक मे आज 30 से 35 कर्मचारी काम करते है। प्रत्यक्ष फिल्ड ऑफिसर, फिल्ड वर्कर्स 200 से 250 कर्मचारी काम करते है। 2019 में शुरू की गई संस्था का विस्तार तेजी से बढ रहा है।बॅंक में हरप्रकार की सुविधा उपलब्ध है, नेट बॅंकींग, आरटीजीएस, मोबाईल ऍप , आधारकार्ड के जरीए पैसे निकालना, पॅनकार्ड, होमलोन, गोल्डलोन, और अन्य सुविधाए यहाँ दि जाती है!
यहोवा यिरे अर्बन क्रेडिट को-ऑपरेटिव्ह सोसा. का उद्देश्यही लोगोंको रोजगार उपलब्ध कराना था। लोगों को कर्जसे जल्द से जल्द छुटकारा मिले और वे अपने पैरोपर खडे होकर आगे बढ सके यही सोच उन्होंने सामने रखी थी। पढो और पैसे कमाओ यह सोच उन्होंने प्राथमिकता से रखी। क्यूँकि उनका मानना है की, यदी हम लोन लेेंगे तो वह कुछ दिनोंतक चलेगा लेकीन यदी हम पढेंगे तो जिवनभर पैसे कमा सकते है।
रमेशजीने सामाजिक उद्देश्य को सामने रखते हुए काम किया। जिसमे उनकी बेटी कु.एलीजा बोरकुटे ने उन्हे साथ दिया। जिन्होंने पुणे में नर्सिंग मे शिक्षा प्राप्त करने के बाद यहोवा यिरे फाउंडेशन संस्था की स्थापना की, जीसके माध्यम से कई सामाजिक गतीविधीया की जाती है। फाउंडेशन के माध्यम से मेडीकल कॅम्प, स्वास्थ्य संबधीत जानकारी साॅंझा करना, एज्युकेशनल कॅम्प, वृक्षारोपण कार्यक्रम, आर्थिक नियोजन एवं इन्वेस्टमेंट प्रशिक्षण, जैसे अन्य कार्यक्रमोंको आयोजन उनके बेटी के माध्यम से किया जाता है। पा डाॅ.रमेश बोरकुटे फाउंडेशन के सीईओ के रूप में काम संभालते है।
कु.एलीजा बोरकुटे जी को नासिक में रिसिल डाॅट इन कंपनी के माध्यमसे महाराष्ट्र उदयोग भुषण पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है। रमेशकुमार जी को न्याय एवं सामाजिक मंत्री नामदार श्री.रामदास आठवले के हाथोंसे सम्मानित किया गया है। साथही उत्तरप्रदेश के श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री नामदार श्री.रघुराज सिंगजी के हाथों से राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित कीया गया। 2023 मे इंडियन आयकाॅन अवॉर्ड , 2019 में बिझनेस स्टार्टअप पुरस्कार, 2020 मे मेकइन इंडिया लिडरशिप पुरस्कार, 2021 में आयकाॅनिक इंडियन पुरस्कार, 2022 में महाराष्ट्र बिझनेस आयकाॅन जैसे कई पुरस्कारों से उन्हें नवाजा गया है। उन्हें इंटरनॅशनल हयुमन राईटस् कन्र्वेशन राष्ट्र गौरव सम्मान पुरस्कार दिया गया है और इंटरनॅशनल हयुमन राईटस् व क्राईम कंट्रोल काउन्सिल के महाराष्ट्र सचिव पदपर उन्हे नियुक्त कीया गया है।
पा डाॅ.रमेशकुमार बोरकुटे जी का सपना है वे यहोवा यिरे अर्बन को एचडीएफसी, आय.सी.आय.सी.आय और अन्य आंतरराष्ट्रीय बॅंको की तरह पेहचान देना चाहते है। भारत के हर राज्य और और देशविदेशों में बॅंक की शाखा वो खोलना चाहते है। जिसके जरीए वे लोगों को रोजगार दे सके। और फाउंडेशन के माध्यम से अनाथ आश्रम, हाॅस्पीटल, शिक्षा के अन्य क्षेत्र उन्हे 100 एकर जमिनपर कॅम्पस तैयार करना है। आनेवाले समय मे 500 से 700 कर्मचारीयों को रोजगार देने का संकल्प है। साथ ही 50 से 70 हजारा सदस्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है। हम रिसिल की और से उन्हे ढेरसारी शुभकमानाए देते है।
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