राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के हजारों संविदा कर्मचारियों को सरकारी नौकरियों में समाहित किया जाएगा
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जन स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारियों को शासकीय सेवा में समाहित करने का निर्णय लिया गया है। इससे हजारों कर्मचारियों को फायदा होगा.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्य में 10 वर्ष या उससे अधिक सेवा करने वाले संविदा कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवा में स्वीकृत समकक्ष पदों पर समायोजित करने की मंजूरी दी गयी है. बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की. इससे प्रदेश के हजारों संविदा कर्मचारियों को फायदा होगा।
इस निर्णय के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदा कर्मचारियों में से 10 वर्ष या उससे अधिक समय तक सेवा दे चुके संविदा कर्मचारियों के लिए आयु की शर्त में छूट दी जाएगी। साथ ही स्वास्थ्य विभाग में नियमित पदों के लिए प्रवेश नियमों में आवश्यक संशोधन कर संविदा कर्मियों को रिक्तियों के 30 प्रतिशत की सीमा तक स्वास्थ्य सेवा में स्वीकृत समकक्ष पदों पर समायोजित किया जायेगा. 70 फीसदी पद सीधी सेवा से भरे जायेंगे.
इन संविदा कर्मचारियों की सेवाओं को सम्मिलित कर उनका वेतन नियमित वेतनमान के अगले चरण में ठीक पिछले माह में प्राप्त होने वाले मानदेय के बराबर निर्धारित करने की अनुमति दी गई। इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा कर्मचारियों की शैक्षणिक योग्यता के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देशों और दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने को मंजूरी दी गई.
आशा स्वयंसेवकों के वेतन में 5 हजार रुपये की भारी बढ़ोतरी
राज्य में आशा स्वयंसेवकों के लिए राज्य सरकार के कोष से 5,000 रुपये की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की. पारिश्रमिक में यह वृद्धि माह नवम्बर, 2023 से दी जायेगी। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए नवंबर 2023 से मार्च 2024 तक की अवधि के लिए बढ़ी हुई पारिश्रमिक दरों के भुगतान के लिए 200.21 करोड़ रुपये के अतिरिक्त व्यय को मंजूरी दी गई। साथ ही 961.08 करोड़ के वार्षिक व्यय को मंजूरी दी गई.
आईटीआई से अनुबंध आर्किटेक्ट को सरकार में शामिल किया जाएगा
कैबिनेट की बैठक में सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में वर्तमान में कार्यरत 297 अनुबंध आर्किटेक्ट को कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार विभाग में शामिल करने की मंजूरी दी गयी. बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की.
इस फैसले से राज्य के सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में जनशक्ति की कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी. इस मौके पर सरकारी सेवा में शामिल 297 पदों के लिए वेतन एवं अन्य भत्तों के लिए 16.09 करोड़ प्रति वर्ष के व्यय को भी मंजूरी दी गयी.
राज्य के नगर निगम क्षेत्र के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में द्वितीय एवं तृतीय चक्र तथा शेष औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में द्वितीय चक्र अगस्त, 2010 सत्र से प्रारंभ हो चुका है। इस निर्णय से यहां के सभी विद्यार्थियों को लाभ होगा।
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