मुकेश अंबानी-नीता अंबानी के एंटीलिया से भी बड़ा है ये घर, जिसमें रहती है ये भारतीय महिला।
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लक्ष्मी विलास पैलेस को दुनिया का सबसे बड़ा निजी आवास माना जाता है क्योंकि आकार में ये ब्रिटेन के बकिंघम पैलेस से भी बड़ा है. Housing.com के मुताबिक, लक्ष्मी विलास पैलेस 3,04,92,000 वर्ग फीट में फैला है, जबकि बकिंघम पैलेस 8,28,821 वर्ग फीट का है.
गुजरात का विशाल लक्ष्मी विलास पैलेस कई लोगों द्वारा दुनिया के सबसे बड़े निजी आवास के रूप में माना जाता है क्योंकि यह आकार में ब्रिटेन के प्रसिद्ध बकिंघम पैलेस से भी बड़ा है. लक्ष्मी विलास पैलेस के मालिक बड़ौदा के गायकवाड़ परिवार हैं. यह ध्यान देने वाली बात है कि गायकवाड़ बड़ौदा के पूर्व शासक थे और आज भी बड़ौदा के लोगों के बीच उनका बहुत सम्मान है. परिवार के मुखिया एचआरएच समरजीत सिंह गायकवाड़ हैं, उनकी शादी वांकानेर शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाली राधिका राजे गायकवाड़ से हुई है.
आकार में ये ब्रिटेन के बकिंघम पैलेस से भी बड़ा
लक्ष्मी विलास पैलेस को दुनिया का सबसे बड़ा निजी आवास माना जाता है क्योंकि आकार में ये ब्रिटेन के बकिंघम पैलेस से भी बड़ा है. Housing.com के मुताबिक, लक्ष्मी विलास पैलेस 3,04,92,000 वर्ग फीट में फैला है, जबकि बकिंघम पैलेस 8,28,821 वर्ग फीट का है. गौर करने वाली बात ये है कि दुनिया का सबसे महंगा घर मुकेश अंबानी का एंटीलिया मात्र 48,780 वर्ग फीट का है, जिसकी कीमत करीब 15000 करोड़ रुपये बताई जाती है। 170 से ज्यादा कमरों वाला ये लक्ष्मी विलास पैलेस महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने 1890 में बनवाया था, जिसकी लागत करीब डेढ़ लाख पाउंड (GBP 180,000) आई थी.
दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से पढ़ीं हैं राधिका
19 जुलाई, 1978 को पैदा हुई राधिका राजे गायकवाड़ के पिता डॉक्टर एमके रणजीत सिंह झाला शाही परिवार के पहले सदस्य थे जिन्होंने अपना खिताब छोड़कर आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया. राधिका राजे गायकवाड़ ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से मास्टर डिग्री पूरी की. साल 2002 में महाराजा समरजीत सिंह गायकवाड़ से शादी करने से पहले वह एक पत्रकार के रूप में काम करती थीं.
दिल्ली में उनका जीवन बहुत साधारण
राधिका राजे ने एक इंटरव्यू में बताया कि हालांकि उनका जन्म शाही परिवार में हुआ था लेकिन दिल्ली में उनका जीवन बहुत साधारण था. राधिका राजे को याद है कि वह स्कूल बसों में स्कूल जाती थीं. बड़ौदा की महारानी ने ह्यूमन ऑफ बॉम्बे को दिए इंटरव्यू में कहा, “हमने बहुत ही साधारण जीवन जिया, इसलिए जब मैं गर्मी की छुट्टियों में वांकानेर जाती थी, तो लोगों का ध्यान देखकर मुझे आश्चर्य होता था.”
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