क्या आप अपने बच्चे का दाखिला फ्री बोर्डिंग स्कूल में कराने की सोच रहे हैं तो जानिए पूरी प्रक्रिया।
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इस विद्यालय में निःशुल्क शिक्षा के साथ-साथ आवास, भोजन, पुस्तकें आदि सुविधाएं भी निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।
देशभर में ऐसे लाखों परिवार हैं, जहां माता-पिता अपने बच्चों की शिक्षा पर अच्छा पैसा खर्च नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति के कारण आज कई होनहार बच्चे अच्छी शिक्षा से वंचित रह जाते हैं, चाहे वे कुछ भी सोचें लेकिन पैसे के अभाव में उन्हें अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं, हमारे देश में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) के तहत कई स्कूल संचालित होते हैं। ऐसे स्कूलों में आपके बच्चे को पूरे साल मुफ्त शिक्षा के साथ-साथ रहने, खाने-पीने की व्यवस्था भी दी जाती है। इतना ही नहीं, ये स्कूल बच्चों को मुफ्त अध्ययन सामग्री भी मुहैया कराते हैं।
कक्षा 6वीं एवं 9वीं में प्रवेश उपलब्ध है
देशभर के नवोदय विद्यालय कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश देते हैं। इसके अलावा 11वीं कक्षा में भी प्रवेश दिया जाता है। ये सभी स्कूल बोर्डिंग हैं और इनमें पढ़ने के लिए कोई शुल्क नहीं है। हालाँकि, कक्षा 9वीं से 12वीं तक ये स्कूल डेवलपमेंट फंड के नाम पर बहुत कम फीस लेते हैं।
पहुंच कैसे प्राप्त करें?
नवोदय विद्यालय (एनवीएस) में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है। नवोदय विद्यालय समिति हर साल जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (JNVST) आयोजित करती है। इस प्रवेश परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर छात्रों की मेरिट सूची तैयार की जाती है। इस सूची में जिन छात्रों का नाम दर्ज होता है उन्हें बोर्डिंग स्कूल में प्रवेश दिया जाता है।
उम्र कितनी होनी चाहिए?
6वीं कक्षा में प्रवेश के लिए छात्र की आयु 10 से 12 वर्ष और 5वीं पास होनी चाहिए, 9वीं कक्षा के लिए छात्र 8वीं उत्तीर्ण और 13 से 15 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसके बाद 11वीं कक्षा में प्रवेश के लिए छात्र की आयु 15 से 17 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसके साथ ही यह भी उतना ही जरूरी है कि छात्र 10वीं पास हो।
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