अमेरिकी स्टॉक मार्केट में मचा हाहाकार! आखिर क्यों 2 सालों में 100 से नीचे फिसला अमेरिकी डॉलर इंडेक्स, ये है बड़ी वजह।
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अमेरिकी डॉलर इंडेक्स शुक्रवार को 2 परसेंट गिरकर 9.02 पर आ गया, जो जुलाई 2023 के बाद से इसके अब तक का निचला स्तर है. टैरिफ से अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर निवेशकों का भरोसा कम हो रहा है.
अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में शुक्रवार को 11 अप्रैल को लगातार चौथे सत्र में गिरावट दर्ज की गई, जो जुलाई 2023 के बाद पहली बार 100 अंक से नीचे फिसलकर 99.02 पर पहुंच गया. इसी के साथ अप्रैल में अमेरिकी डॉलर के वैल्यू में 4.21 परसेंट की गिरावट आई. जनवरी के महीने में डॉलर इंडेक्स 110 के लेवल पर आ गया था. तब से अब तक इसमें 9.31 परसेंट की गिरावट आई है. डॉलर में आई यह गिरावट अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों के कम होते भरोसे का संकेत है, जो अब सुरक्षित ठिकाने या सेफ हेवेन माने जाने वाले स्विस फ्रैंक, जापानी येन, यूरो और सोने का रूख कर रहे हैं.
अमेरिकी डॉलर पर बढ़ रहा दबाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर में अपने तमाम ट्रेडिंग पार्टनर्स पर भारी-भरकम टैरिफ लगाया है. इससे अमेरिका को गंभीर आर्थिक परिणाम भुगतने और मंदी की आशंका बढ़ गई है. इस चिंता के कारण ही निवेशक अमेरिकी एसेट्स से लगातार पैसा निकाल रहे हैं. इससे शेयर बाजारों में गिरावट आ रही है. अमेरिकी डॉलर पर दबाव बढ़ रहा है.
गुरुवार को अमेरिका ने चीनी वस्तुओं के आयात पर टैरिफ को 125 से बढ़ाकर 145 परसेंट कर दिया. इस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन ने भी अमेरिकी आयात पर टैरिफ को 84 परसेंट से बढ़ाकर 125 परसेंट कर दिया. दोनों देशों के उठाए गए इस कदम के चलते ट्रेड वॉर का खतरा और भी कहीं ज्यादा बढ़ गया है.
डॉलर में आई 10 साल की बड़ी गिरावट
अमेरिका में मंदी को लेकर बढ़ती आशंकाओं के बीच निवेशक जापानी येन और स्विस फ्रैंक जैसी सुरक्षित मुद्राओं की ओर आकर्षित हो रहे हैं. शुक्रवार को डॉलर स्विस फ्रैंक के मुकाबले 10 साल के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया और येन के मुकाबले छह महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया. वहीं, 1.7 परसेंट की बढ़त के साथ यूरो 1.13855 डॉलर पर पहुंच गया, जो आखिरी बार फरवरी 2022 में इस लेवल पर पहुंचा था. इस दौरान सोना भी रिकॉर्ड हाई लेवल को छू लिया.
5 नवंबर को ट्रंप की जीत के बाद डॉलर इंडेक्स में जबरदस्त उछाल आया था और अगले दो महीने तक भी यह सिलसिला जारी रहा. जनवरी में कुछ समय के लिए यह 110 के लेवल से ऊपर जा चुका था. बाद में ट्रंप की व्यापार नीतियों के अपेक्षा से ज्यादा आक्रामक होने के चलते इसमें लगातार गिरावट जारी है.
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