नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 23, 2025

    …तो देश का इतिहास कुछ और होता! मुख्यमंत्री ने पानीपत में मराठा शौर्य दिवस पर योद्धाओं को नमन किया।

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    पानीपत की तीसरी लड़ाई के 264 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को पानीपत के ‘काला आम’ क्षेत्र में मराठा शौर्य दिवस का आयोजन किया गया।

    नई दिल्ली: यदि उत्तर भारत के राजाओं ने अहमद शाह अब्दाली जैसे अफगान आक्रमणकारियों के खिलाफ मराठों की मदद की होती, तो कोई भी भारत पर आक्रमण करने की हिम्मत नहीं कर पाता। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को पानीपत में ‘एक है तो सैफ है’ का नारा देते हुए कहा कि इस देश का इतिहास कुछ और होता।

    पानीपत की तीसरी लड़ाई के 264 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को पानीपत के ‘काला आम’ क्षेत्र में मराठा शौर्य दिवस का आयोजन किया गया। पानीपत शौर्य समिति द्वारा पिछले 19 वर्षों से वीर मराठा योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है।

    राज्य सरकार पानीपत में मराठा योद्धाओं के स्मारक के लिए अधिक भूमि उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास करेगी। इसके अलावा, फडणवीस ने घोषणा की कि इस क्षेत्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रोटोकॉल मंत्री जयकुमार रावल समन्वयक के रूप में कार्य करेंगे। पानीपत शौर्य समिति के अध्यक्ष प्रदीप पाटिल ने फडणवीस से स्मारक के लिए और अधिक भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।

    इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव, केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री रक्षा खडसे, प्रोटोकॉल एवं विपणन राज्य मंत्री जयकुमार रावल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे और सांसद राजाभाऊ वाजे उपस्थित थे।

    पतन का सिद्धांत
    मराठों ने न केवल कई अभियान जीते, बल्कि पकड़े जाने तक अपना झंडा भी फहराया। छत्रपति शिवाजी महाराज ने महाराष्ट्र को जाति से ऊपर उठकर देश के लिए लड़ना सिखाया। चूँकि मराठों ने उनका अनुसरण किया, इसलिए वे दिल्ली की गद्दी पर बने रहने में सफल रहे। इस अवसर पर देवेन्द्र फडणवीस ने भी कहा कि आइए हम एकता की इस शिक्षा को कायम रखें और एक विकसित महाराष्ट्र और भारत का निर्माण करें।

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    9:09 PM