नंदा जी आंबेकर, गृहिणी से लेकर स्वतंत्र उद्योजक बनने तक की कहानी।
1 min read
|










जीवन में कभी भी कुछ भी संभव है, यह जीवन की अद्भुतता है। कुछ ऐसी ही कहानी नंदाजी आंबेकर की है। एक गृहिणी से शुरू हुआ यह सफर आज एक यशस्वी व्यावसायिक बनने तक पहुँच चूका है।
प्रारंभ में, नंदाजी एक गृहिणी थी। उन्हें व्यापार के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। एक दिन उनका उनकी एक सहेली के साथ मिलना हुआ जिनका एक छोटा पार्लर का व्यवसाय था। उनकी सहेली ने उन्हें अपने पार्लर के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी दी और उन्हें खुदका पार्लर स्थापित करने के लिए प्रेरित किया।
नंदाजी ने खुदका पार्लर शुरू करने का निर्णय लिया। जिसके चलते उन्होंने बसवेश्वर कॉलेज, लातूर में चल रहे सरकारी कक्षाओं में शामिल होकर बहुत सारी जानकारी प्राप्त की। उन्हें इन कक्षाओं से बहुत सारी जानकारी मिली, और इसके बाद उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू करने का निर्णय पक्का किया।
शुरू में, उन्हें आर्थिक समस्या, स्थान संबंधित समस्याएं आदि काफी परेशानी हुई। व्यवसाय शुरू करने के लिए उन्होंने बिजनेस लोन के लिए भी आवेदन किया, लेकिन कुछ कारणों की वजह से उन्हें लोन नहीं मिल पाया,इसी के चलते उन्होंने अपने भाई से कुछ पैसो की मदद ली। उनके भाई की यह मदद नंदाजी के व्यावसायिक सफर में काफी मददगार रही। आने वाली हर एक परेशानी का डटकर सामना करते हुए उन्होंने अपने स्वतंत्र व्यवसाय की नीव रखी।
28 अगस्त 2019 को, उन्होंने अपने व्यवसाय की शुरुआत की। उन्होंने अपने पार्लर को विभिन्न स्थानों पर पोस्टर के माध्यम से प्रचारित किया। ग्राहक उनके पार्लर में आए और उनकी सेवाओं को पसंद किया। उनकी सेवाओं की वजह से अधिक ग्राहक उनके पार्लर में आने लगे। ऐसे ही, उनका व्यवसाय दिन-प्रति-दिन बढ़ता गया।
नंदाजी आंबेकर की कहानी संघर्ष और मेहनत के अद्भुत मिश्रण से परिणाम स्वरुप मिले सफलता का एक बड़ा उदहारण है। एक गृहिणी के रूप में शुरू हुआ यह सफर आज एक यशस्वी उद्योजक तक आ चूका है। हम रिसिल डॉट इन की ओर से नंदा जी को ढेर सारी शुभकामनाए देते है।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments