‘उन’ प्रोफेसरों को लेकर शिंदे सरकार लेगी बड़ा फैसला! 1200 करोड़ का प्रावधान किया गया
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एक तरफ जहां महाराष्ट्र के प्रोफेसरों को राहत मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार इस समय आगामी चुनाव की तर्ज पर कुछ बड़े फैसले ले रही है.
राज्य की सत्ता पर काबिज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार प्रोफेसरों को लेकर बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है. जानकारी सामने आ रही है कि राज्य सरकार ने करीब 1200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. इस फैसले से राज्य के करीब 626 निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के हजारों प्रोफेसरों और कर्मचारियों को फायदा होगा. इन फैकल्टी और स्टाफ को पिछले 8 साल यानी 2016 का 7वें वेतन आयोग का एरियर दिया जाएगा। इस संबंध में जानकारी उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने दी. पाटिल ने अनएडेड इंजीनियरिंग कॉलेज मैनेजमेंट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक में यह जानकारी दी.
वित्तीय लेनदेन दो चीजों पर आधारित होते हैं
पिछले कुछ सालों में निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों के दाखिले की संख्या बढ़ती जा रही है। जब निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की बात आती है, तो सरकारी अनुदान और छात्र छात्रवृत्ति दोनों ही फंडिंग के मुख्य स्रोत होते हैं। इन दोनों पर निर्भर इन कॉलेजों के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति राशि में लगातार देरी हो रही है. इससे कॉलेज आर्थिक रूप से प्रभावित होते हैं। इन कॉलेजों को रस्सी पर चलकर अपनी वित्तीय गाड़ी को आगे बढ़ाना होगा।
चंद्रकांत पाटिल ने शब्द दिये
क्युँकि इंजीनियरिंग कॉलेजों के अधिकारियों को छात्रवृत्ति में देरी के कारण कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, इसलिए उन्होंने उच्च सूचना और तकनीकी शिक्षा मंत्री से मुलाकात की। इस दौरान चंद्रकांत पाटिल ने उक्त प्रतिनिधिमंडल की समस्याओं को सुना. पदाधिकारियों ने मंत्री के समक्ष समस्याओं की सूची पढ़ी. सरकार की फीस नियामक समिति ने 3 साल से कॉलेजों की फीस नहीं बढ़ाई है. बोर्ड ने मंत्री से अनुरोध किया कि यह बढ़ोतरी की जाये और छात्रवृत्ति का पैसा समय पर मिले. प्रोफेसरों के इस प्रतिनिधिमंडल को पाटिल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि फीस बढ़ोतरी का फैसला इस पर लिया जाएगा. साथ ही पाटिल ने पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि ब्याज की राशि में 50 प्रतिशत हिस्सा सरकार वहन करेगी.
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है
एक तरफ जहां महाराष्ट्र के प्रोफेसरों को राहत मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार इस समय आगामी चुनाव की तर्ज पर कुछ बड़े फैसले ले रही है. अब उसी केंद्र सरकार की ओर से एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है जो समाज के सभी तत्वों को प्रभावित कर वोट के लिए कई काम कर रही है. इस फैसले से देश के लाखों सरकारी कर्मचारियों को सीधा फायदा होगा. गुरुवार को केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता 4 फीसदी बढ़ा दिया, अब यह आंकड़ा 50 फीसदी तक पहुंच गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया. जहां बताया गया कि महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2024 से बढ़ाकर 30 जून 2024 कर दिया गया है.
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