नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    May 6, 2025

    10वीं में 44% मार्क्स लाने वाले ने UPSC में हासिल की ऑल इंडिया 77वीं रैंक, बनें IAS अफसर।

    1 min read
    😊

    UPSC Success Story: आईएएस अवनीश शरण का मानना है कि स्कूल और कॉलेज में मिले मार्क्स लेकर आंकड़े हैं. यह किसी की सफलता और उसकी क्षमता को परिभाषित नहीं करते है. अवनीश शरण के खुद कक्षा 10वीं में 44% मार्क्स आए थे, लेकिन आज वह एक IAS अधिकारी हैं.

    आईएएस अधिकारी बनने का सफर आसान नहीं होता. यह रास्ता संघर्ष और चुनौतियों से भरा होता है, जो किसी भी व्यक्ति की हिम्मत और दृढ़ संकल्प की परीक्षा लेता है. आईएएस अवनीश शरण की कहानी इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कैसे मेहनत और लगन से साधारण शुरुआत को असाधारण सफलता में बदला जा सकता है.

    10वीं में 44 तो 12वीं में आए केवल 65% मार्क्स
    अवनीश शरण का जन्म बिहार में हुआ. उन्होंने अपनी पढ़ाई सरकारी स्कूल से की और शुरुआती रिजल्ट औसत ही रहे. उन्होंने 10वीं की परीक्षा में सिर्फ 44.7% अंक हासिल किए और थर्ड डिवीजन से पास हुए. उन्हें 10वीं में कुल 700 में से 314 मार्क्स मिले थे. हालांकि, 12वीं में उनका प्रदर्शन थोड़ा बेहतर हुआ और उन्होंने 12वीं में 65% अंक प्राप्त किए, जबकि ग्रेजुएशन में उन्हें 60% अंक ही मिले. इन साधारण अंकों के बावजूद, अवनीश के मन में सिविल सेवा में जाने का अडिग सपना था.

    स्टेट पीसीएस प्रीलिम्स में 10 बार हुए फेल
    उनका सफर बेहद चुनौतीपूर्ण रहा. अवनीश को कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ा. उन्होंने CDS और CPF परीक्षाओं में भी असफलता देखी और राज्य लोक सेवा आयोग की प्रीलिम्स परीक्षा में दस बार फेल हुए. लेकिन उनकी मेहनत और लगन कभी कम नहीं हुई. UPSC सिविल सेवा परीक्षा के पहले प्रयास में वे इंटरव्यू राउंड तक पहुंचे, और दूसरे प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 77 हासिल की. वह साल 2009 में IAS अधिकारी बने और वर्तमान में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सेवा दे रहे हैं.

    स्कूल-कॉलेज में मिले नंबर हैं मजह आंकड़े
    अवनीश की कहानी सिर्फ उनकी व्यक्तिगत सफलता की नहीं है, बल्कि यह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है. 15 साल पहले की अपनी तस्वीर और वर्तमान तस्वीर के साथ उनके अनुभव ने लोगों को बहुत प्रभावित किया. 2022 में उन्होंने अपनी 10वीं की मार्कशीट भी साझा की, जिसमें उनका साधारण अकादमिक प्रदर्शन भी दिखा. उनका संदेश साफ था: नंबर केवल आंकड़े हैं, वे किसी व्यक्ति की सफलता की क्षमता को परिभाषित नहीं करते.

    इस तरह करें सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी
    अवनीश, जिन्होंने अपनी यात्रा में कई बाधाओं को पार किया है, वह दूसरों को प्रेरित करने के लिए समर्पित हैं. वे UPSC की तैयारी के लिए व्यावहारिक सुझाव साझा करते हैं, जिसमें फोकस के साथ पढ़ाई करना, सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखना और नियमित रूप से समाचार पढ़ना शामिल है.

    लगातार प्रयास से मिलेगी सफलता
    अवनीश शरण की कहानी यह साबित करती है कि सफलता आपकी शुरुआत पर निर्भर नहीं करती, बल्कि आपकी मेहनत और लगातार प्रयासों की ताकत पर निर्भर करती है. उनकी कहानी आज भी अनगिनत लोगों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है.

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    4:57 AM