वित्तीय स्वतंत्रता और सेल्फ मोटिवेशन का मूलमंत्र – दादा भापकर
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युवा पीढ़ी को वित्तीय स्वंत्रता का महत्व बताते और अधिक सक्षम करते श्री दादा भापकर
व्यवसाय की यात्रा :
श्री. दादा भापकर ने साल २०१४ में मुंबई विश्वविद्यालय से बी. ई. मैकेनिकल की डिग्री पूरी की फिर उसके बाद सेल्स, मार्केटिग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और बिज़नेस डेवलपमेंट में ६ साल तक काम किया है।
व्यवसाय की सुरुवात :
२४ साल की उम्र में करियर की शुरुवात करनेवाले दादा ने केवल उम्र के २९ वे साल में वित्तीय स्वतंत्रता हासिल कर ली। श्री दादाजी को छात्रों को आत्मविकास पर मार्गदर्शन करने की लिए स्कूलों और कॉलेजों में आमंत्रित किया जाता हैं। छात्र भी उनसे
मनी माइंडसेट, फाइनेंशियल फ्रीडम, इंश्योरेंस, बिजनेस स्टार्ट अप, सेल्स एंड मार्केटिंग, आध्यात्मिक यात्रा, ध्यान, मनी मैनेजमेंट पर आयोजित वर्कशॉप में , अपने वित्तीय ज्ञान से श्री दादा ने लोगों का मार्गदर्शन करते हैं। उनके मार्गदर्शन हेतु अबतक १०००+ सत्र आयोजित किए जा चुके हैं और ३५०० से ज्यादा व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया है। ३७५ से ज्यादा व्यक्तियों को व्यक्तिगत वित्तीय स्वतंत्रता की कोचिंग दी गई हैं।
इस सब का फल, की १५० से अधिक लोगो की सक्सेसफुल यात्रा बनाई गई।
वित्तीय प्रशिक्षण उद्योग में श्री दादा का अनुभव ६ साल का है। तीन साल से वे माइंड कोचिंग कर रहे है। B 2 B सेल्स का भी अनुभव उन्हे अच्छा खासा है।
१. आरोग्यम धनसंपदा
२. येस! आय लव मनी
३. येस ! आय लव सेल्स
२०२२ में प्रकाशित येस ! आय लव मनी ये किताब बहुत लोकप्रिय हुई। इस किताब को पुरस्कृत और श्री दादाश्री को सम्मानित किया गया है।
बिग्रो सक्सेस एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड
२०२३ में पुरस्कारों से सम्मानित
सक्सेसफुल यंग एंटरप्रेन्योर, बेस्ट टेक्निकल परफॉर्मर, अचीवर ऑफ द ईयर, ई कॉमर्स बेस्ट सेलर लेखक जैसे पुरस्कार से सम्मानित।
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