सरकार विषकन्या होती है, जिसके साथ जाती है उसको डुबाती है.. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिया ‘ज्ञान’.
1 min read
|








केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘सरकार विषकन्या होती है, जिसके साथ जाती है, उसे डुबाती है…’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का मानना है कि सरकार ‘विषकन्या’ होती है. उन्होंने नागपुर के एक इवेंट में कहा कि सरकार जिसके साथ जाती है, उसको डुबाती है. गडकरी महाराष्ट्र के विदर्भ में निवेश की कमी पर बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘सब सरकार के भरोसे नहीं होना चाहिए. मेरा तो मत है कोई भी पार्टी की सरकार हो, सरकार को दूर रखो… सरकार विषकन्या होती है… जिसके साथ जाती है, उसको डुबाती है…’
गडकरी ने आगे कहा कि इसकी कोई गारंटी नहीं कि सब्सिडी कब मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘… आप इन लफड़े में पड़ो मत, जो सब्सिडी लेना है ले लो… ये कब मिलेगी, कुछ मिलेगी… कोई भरोसा नहीं है… अभी मेरे लड़के को 450 करोड़ सब्सिडी मिली है, और पैसे जमा हैं टैक्स के तो बोले कब मिलेगी तो मैंने कहा भगवान से प्रार्थना करो क्योंकि कोई भरोसा नहीं… मिलेगी क्या… मिल सकती है! अभी प्यारी बहन योजना शुरू हो गई तो सब्सिडी का पैसा उनको उस काम के लिए देना पड़ रहा है.’
सब्सिडी नहीं मिलने से कई सेक्टर प्रभावित
गडकरी ने चिंता जताई है कि महाराष्ट्र सरकार की प्यारी बहन योजना से अन्य क्षेत्रों में सब्सिडी के भुगतान में देरी हो सकती है. यह योजना आगामी विधानसभा चुनावों से पहले शुरू की गई है. इस योजना के तहत 21-65 वर्ष की आयु की विवाहित, तलाकशुदा और निराश्रित महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे, जिसमें वार्षिक पारिवारिक आय सीमा 2.5 लाख रुपये होगी. इस पहल से राज्य के खजाने पर सालाना 46,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ने की उम्मीद है.
गडकरी ने कहा, ‘टेक्सटाइल वालों की इंडस्ट्री बंद पड़ गई, उनकी पावर सब्सिडी नहीं मिली… टेक्सटाइल वाले बंद होने के कगार पर थे… रोज मुझे मिलते थे… प्रॉब्लम यही है कि हम हम हमारे भरोसे प्लान करें.’
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments