भविष्य युद्ध का नहीं, बल्कि बुद्ध का है! प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वक्तव्य।
1 min read
|








प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा, “भविष्य युद्ध का नहीं, बल्कि बुद्ध का है।” उन्होंने कहा, “आज हम यह इसलिए कह सकते हैं क्योंकि भारत के पास महान विरासत है।”
भुवनेश्वर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा, ‘भविष्य युद्ध का नहीं, बल्कि बुद्ध का है।’ उन्होंने कहा, “आज हम यह इसलिए कह सकते हैं क्योंकि भारत के पास महान विरासत है।” उन्होंने भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। मोदी ने प्रवासी भारतीयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे जिन देशों में रहते हैं, वहां वे भारत के राजदूत हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘लोकतांत्रिक व्यवस्था की मातृभूमि सिर्फ भारत नहीं है, यह इसके नागरिकों के जीवन स्तर का भी हिस्सा है।’’ उन्होंने कहा कि आज दुनिया में भारत की आवाज सुनी जा रही है और भारत न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रख सकता है, बल्कि वह समूचे विकासशील देशों (ग्लोबल साउथ) की आवाज भी बन गया है। प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “जब तलवार के बल पर साम्राज्य फैल रहे थे, तब सम्राट अशोक ने शांति का मार्ग अपनाया।” यह भारत की विरासत की ताकत है। ऐसी विरासत के कारण ही भारत आज विश्व को बता सकता है कि भविष्य युद्ध में नहीं, बल्कि बुद्ध में निहित है।
“हमें विविधता सिखाने की ज़रूरत नहीं है।” इसलिए, दुनिया में जहां भी भारतीय जाते हैं, वे वहां के समाज का हिस्सा बन जाते हैं। हम संबंधित देश के रीति-रिवाजों और परंपराओं का सम्मान करते हैं और ईमानदारी से उस देश की सेवा करते हैं। वे देश की वृद्धि और समृद्धि में योगदान देते हैं। साथ ही, हमारा दिल भी भारत के लिए धड़कता रहता है। ऐसे यात्रियों की वजह से ही मैं हर जगह आत्मविश्वास के साथ जा सकता हूं। मैं दुनिया भर से मिले प्यार को नहीं भूल सकता। पिछले 10 वर्षों में मैंने विश्व भर के कई नेताओं से मुलाकात की है। सभी ने भारतीय समुदाय की प्रशंसा की। यह प्रशंसा आपके द्वारा संबंधित देश में लाए गए सामाजिक मूल्यों के कारण है। मोदी ने कहा, ‘‘मैं सभी का धन्यवाद करता हूं।’’
मोदी ने कहा…
1. प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। यह हमारी जिम्मेदारी है. पिछले 10 वर्षों में विभिन्न देशों में दूतावास अधिक सक्रिय हो गए हैं।
2. पिछले दो वर्षों में विभिन्न स्थानों पर 14 दूतावास और वाणिज्य दूतावास खोले गए हैं।
3. भारतीय समुदाय ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब उन्हें 2047 में भारत को एक विकसित देश बनने में मदद करनी चाहिए।
4. भारतीय समुदाय को भारत का सच्चा इतिहास फैलाना चाहिए।
5. प्रयागराज के महाकुंभ मेले में सभी को आना चाहिए।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments