सिंगापुर के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर तैयार करेगा टाटा ग्रुप! क्या है पूरी प्लानिंग?
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सिंगापुर इंटरनेशनल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में दिग्गज खिलाड़ी हैं. सिंगापुर के गृह मामलों के मंत्री ने कहा टाटा ग्रुप का हमारे देश में 50 साल से भी ज्यादा लंबे समय का इतिहास रहा है. सिंगापुर में स्थित यूनिट की ग्लोबल लेवल पर सेमीकंडक्टर तैयार करने में 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी है.
सिंगापुर सरकार सेमीकंडक्टर डेवलप करने के लिए टाटा ग्रुप के साथ पार्टनरशिप करने के लिए बातचीत कर रही है. कानून और गृह मामलों के मंत्री के शणमुगम के नेतृत्व में सिंगापुर सरकार के सीनियर अधिकारियों ने इस हफ्ते ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन से सेमीकंडक्टर पर चर्चा की. आकार में काफी छोटा होने के बावजूद सिंगापुर में 25 फाउंड्री और मजबूत सेमीकंडक्टर वैल्यू चेन है. भारत उनकी आपूर्ति को सुरक्षित करना चाहता है जिनका उपयोग कारों से लेकर टेलीकॉम तक सभी उपकरणों में किया जाता है.
मुझे पूरी उम्मीद, सिंगापुर को साझेदार बनाएगा टाटा ग्रुप
हाल हुई भारत-सिंगापुर कैबिनेट लेवल की राउंट टेबल मीटिंग के दौरान सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री चर्चा का प्रमुख विषय रहा. इस बातचीत के बाद शणमुगम ने कहा, ‘अगर वे (टाटा ग्रुप) चाहें तो दुनिया में किसी के साथ भी व्यापार कर सकते हैं. लेकिन मुझे उम्मीद है कि वे सिंगापुर को प्रमुख साझेदार के रूप में चुनेंगे. आपको बता दें सिंगापुर इंटरनेशनल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में दिग्गज खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहा, सिंगापुर ऐसा देश है जहां टाटा ग्रुप का 50 साल से भी ज्यादा का लंबा इतिहास रहा है. सिंगापुर या वहां स्थित यूनिट की ग्लोबल लेवल पर सेमीकंडक्टर तैयार करने में 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी है.
सिंगापुर की जीडीपी के बराबर टाटा ग्रुप का मार्केट कैप
उन्होंने यह भी साफ किया कि हम (सिंगापुर) उन्हें मदद की पेशकश नहीं कर रहे, बल्कि टाटा ग्रुप के लेवल को देखते हुए उनके साथ मिलकर पार्टनरशिप में काम करना चाहते हैं. आपको बता दें टाटा ग्रुप का मार्केट कैप सिंगापुर की जीडीपी के बराबर है. शणमुगम सिंगापुर के लेबर मिनिस्टर टैन सी लैंग समेत सीनियर सरकारी अधिकारियों के साथ डीबीएस बैंक के भारत में 30 साल पूरे होने के मौके पर मुंबई के दौरे पर थे. (आपको बता दें सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के अलावा सिंगापुर कौशल विकास, डिजिटल, इंडस्ट्रियल पार्क और रिन्यूएबल एनर्जी हासिल करने पर भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है. शणमुगम ने कहा, हमारी 25 फाउंड्री वहीं करती हैं जो दुनियाभर की कई फाउंड्री करती हैं. हमारे पास इसके लिए पूरी वैल्यू चेन है.
गौरतलब है कि टाटा ग्रुप की सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कई अहम योजनाएं हैं, जिसमें गुजरात में एक संयंत्र के लिए 91,000 करोड़ रुपये और असम में एक अन्य प्लांट के लिये 27,000 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है. इस उद्यम के लिए उसने ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन (PSMC) के साथ करार किया है. नीति आयोग के सीईओ बीवी आर सुब्रह्मण्यम के भारत से अपने रुख पर पुनर्विचार करने और 15 देशों के क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (RCEP) में शामिल होने के आह्वान के बारे में पूछने पर उन्होंने कोई साफ जवाब नहीं दिया.
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