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    April 21, 2025

    पेट में गर्मी की वजह आंतों में सूजन:क्या धूप में रहने से बढ़ती है ये प्रॉब्लम, पहचानें 10 लक्षण और बचने के उपाय।

    1 min read
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    धूप और गर्मी में पेट की प्रॉब्लम होना कॉमन है। जैसे-जैसे टेम्प्रेचर बढ़ता है, शरीर में पानी की कमी होने लगती है। इसके साथ होती है- पेट में दर्द, जलन, अकड़न जैसी कई परेशानियां। ये प्रॉब्लम बरसात में होने वाली उमस और गर्मी से भी होती है।

    बहुत से लोग इस प्रॉब्लम को समझ नहीं पाते। यही अनदेखी भारी पड़ जाती है। डॉक्टर को दिखाने पर हीट इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस के बारे में पता चलता है।

    आखिर ये होता क्या है और पेट की गर्मी से इसका क्या रिलेशन है। यह समझेंगे हमारे एक्सपर्ट डॉ. राजेश पुरी से।

    डॉ. पुरी मेदांता द मेडिसिटी गुरुग्राम के इंस्टीट्यूट ऑफ डाइजेस्टिव एंड हेपेटोबिलरी साइंसेज डिपार्टमेंट में सीनियर डायरेक्टर और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट।

    सवाल: गर्मी की वजह से पेट में प्रॉब्लम हो सकती है क्या?
    जवाब: हां बिल्कुल। हमारे शरीर का हर हिस्सा आपस में जुड़ा हुआ है। जैसे ही एक हिस्से में कुछ बदलाव होता है, उससे दूसरे पार्ट पर भी असर पड़ सकता है। यही वजह है कि तेज धूप और गर्मी की वजह से पेट में कुछ दिक्कतें होती हैं। इसमें से एक है हीट इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस।

    सवाल: यह हीट इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस क्या है, इसे सरल भाषा में समझाएं?
    जवाब: हीट इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस को दो भागों में बांटते हुए समझते हैं-

    हीट इंड्यूस्ड मतलब गर्मी की वजह से और गैस्ट्राइटिस का मतलब आंतों में जलन और सूजन।

    इंसान की बॉडी का नॉर्मल टेम्प्रेचर 37°C होता है। जब हम गर्मी यानी हीट से एक्सपोस्ड होते हैं यानी धूप के सीधे सम्पर्क में रहते हैं तो इससे शरीर का बाहरी टेम्प्रेचर 43-46 तक चला जाता है। जिससे डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी की शिकायत होती है। इस वजह से आपके शरीर में फ्लूइड या इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो सकती है।

    डिहाइड्रेशन के बाद भी जब आप सूरज की रोशनी के डायरेक्ट कॉनटेक्ट यानी संपर्क में रहते हैं, तो हीट एग्जॉशन हो जाता है। इस स्थिति में अधिक मात्रा में शरीर से पानी, नमक निकल जाता है।

    जिसके बाद ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और बॉडी टेम्प्रेचर बढ़ता है। जिससे इन्टेस्टाइन यानी आंत के अंदर ब्लड सप्लाई कम होता है और आंत में प्रॉब्लम होने से पेट में परेशानी हो सकती है।

    डिहाइड्रेशन से ब्रेन और किडनी भी इफेक्ट होती है। अगर जरा सी भी लापरवाही बरतेंगे तो ये बहुत सीरियस प्रॉब्लम हो सकती है।

    सवाल: पेट में गर्मी लगने की वजह से किस तरह की परेशानी होने लगती है?
    जवाब: पेट में गर्मी बढ़ने से कई तरह की समस्या हो सकती है। इसे डिटेल में नीचे लगी क्रिएटिव से समझते हैं…
    सवाल: हीट एग्जॉशन के अलावा पेट में गर्मी की दूसरी क्या वजहें हो सकती हैं?
    जवाब: इसके कई कारण हैं। जैसे-

    पानी कम पीना
    नॉनवेज ज्यादा खाना
    ऑयली-मसालेदार चीजें खाना
    अनहाइजीनिक खाना
    ओवरडोज खाने से
    बासी खाना
    स्मोकिंग और शराब पीना
    हाई डोज दवा लेने पर
    देर तक भूखे रहने से
    चाय कॉफी ज्यादा पीने से
    सवाल: पेट की गर्मी से कौन से लोग ज्यादा इफेक्ट होते हैं?
    जवाब: जैसा कि आप समझ चुके हैं कि हीट एग्जॉशन की वजह से पेट में गर्मी एक कॉमन प्रॉब्लम है। जो सूरज के डायरेक्ट कॉन्टेक्ट में रहते हैं, उन्हें परेशानी ज्यादा होती है। जैसे- पुलिस वाले, पत्रकार, मार्केटिंग जॉब वाले, साइकिल- रिक्शा चलाने वाले, रोड पर पैदल चलने वाले, मजदूर और किसान।

    कई बार बच्चे आउटडोर गेम्स दोपहर में खेलते हैं, तो उन्हें भी गर्मी से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।

    सवाल: किस एज ग्रुप को ये ज्यादातर प्रभावित करता है?
    जवाब: छोटे बच्चे, बुजुर्ग, प्रेग्नेंट महिला के साथ वो लोग जिनका इम्यून कमजोर है।

    सवाल: हीट एग्जॉशन और गैस्ट्राइटिस से बचने के लिए खाने-पीने से लेकर क्या करना चाहिए, जिससे इसका इलाज किया जा सके?
    जवाब: एक बात समझ लें कि सिर्फ खाना खाकर इससे नहीं बचा सकता है। आपको धूप में एक्सपोजर कम करना होगा। यानी धूप में कम से कम रहने की कोशिश करनी होगी।

    पानी की कमी शरीर में न हो इसके लिए कुछ उपाय नीचे लगे ग्राफिक्स में दिए गए हैं। पढ़ें…

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