16 फरवरी को विशेष सत्र, मराठा आरक्षण पर अहम फैसला?
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मराठा आरक्षण के लिए मनोज जारांगे पाटिल ने शुक्रवार से दोबारा भूख हड़ताल शुरू कर दी है. मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाने के बीच सरकार एक दिवसीय सत्र बुलाने जा रही है.
मराठा आरक्षण की मांग पर मनोज जारांगे अड़े हुए हैं. मराठा समुदाय ने 14 फरवरी को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है. यह बंद मराठा आरक्षण कानून को लेकर किया जा रहा है. सूत्रों से पता चला है कि जब राज्य में मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है तो सरकार विशेष सत्र बुलाने जा रही है. 16 फरवरी को विशेष सत्र बुलाया जायेगा.
16 फरवरी को एक दिवसीय सत्र बुलाया जायेगा. इससे पहले मंगलवार या बुधवार को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में रिपोर्ट को मंजूरी दी जायेगी. साथ ही अब तक हुए सर्वे को भी पेश किया जाएगा, मराठा समाज पिछड़ा वर्ग है. पता है सबूत दिया जाएगा. साथ ही सूत्रों से पता चला है कि सत्र में मराठा पिछड़ा रिपोर्ट को मंजूरी मिल जाएगी.
इस बीच आज मनोज जारांगे पाटिल की भूख हड़ताल का तीसरा दिन है. जारांगे पाटिल ने राज्य सरकार से 9 मांगें की हैं. उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि मांगें पूरी होने तक वह अपनी भूख हड़ताल नहीं रोकेंगे. जानकारी सामने आ रही है कि अनशन के दौरान पानी और दवा नहीं लेने की वजह से जारांगे की हालत बिगड़ गई है.
महाराष्ट्र बंद का आह्वान
पूरे मराठा समाज की ओर से महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया गया है. मराठा आरक्षण कानून को लेकर पूरे मराठा समुदाय ने 14 फरवरी को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है. हालाँकि सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया गया है, लेकिन आम मराठा समुदाय की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
मराठा आरक्षण के लिए अलग कानून
मराठा आरक्षण के लिए अलग कानून बनाया जाएगा. भुजबल ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि 15 और 16 फरवरी को मराठा आरक्षण कानून बनाया जाएगा. भुजबल ने यह घोषणा पुणे में एनसीपी की युवा बैठक में की
विजय वडेट्टीवार की प्रतिक्रिया
मुझे नहीं लगता कि मराठा आरक्षण के लिए कोई सम्मेलन बुलाया जाएगा. यदि मनोज जारांगे आग में हैं, तो शायद सरकार के मन में सेजसोयरे के जो ने जीआर लाने की कोशिश की है। इसलिए मुझे लगता है कि यह ओबीसी समुदाय के साथ अन्याय होगा
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