नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 21, 2025

    दुनिया के ‘इतने सारे’ दृष्टिबाधित लोग भारत में हैं, मोबाइल विज़न सिंड्रोम क्या है?

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    लगातार मोबाइल का इस्तेमाल आंखों को नुकसान पहुंचा रहा है। कंप्यूटर पर बहुत अधिक काम करने से कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम की समस्या बढ़ती जा रही है।

    जैसे-जैसे मोबाइल फोन का उपयोग बढ़ रहा है, वैसे-वैसे दृष्टि हानि के प्रकार भी बढ़ रहे हैं। एक सर्वेक्षण के अनुसार विश्व के एक तिहाई दृष्टिबाधित लोग भारत से हैं। ऐसा कहा जाता है कि आने वाले वर्षों में 70 से 80 प्रतिशत भारतीय आबादी के पास चश्मा होगा। विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर आइए इसके बारे में और जानें।

    लगातार मोबाइल का इस्तेमाल आंखों के लिए घातक है
    लगातार मोबाइल का इस्तेमाल आंखों को नुकसान पहुंचा रहा है। कंप्यूटर पर बहुत अधिक काम करने से कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम की समस्या बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही अब मोबाइल विजन सिंड्रोम भी बढ़ रहा है। इसका मतलब यह है कि यह बीमारी उन लोगों में देखी जाती है जो स्क्रीन पर सात से आठ घंटे से ज्यादा काम करते हैं। इसके कारण दृष्टि हानि, सूखी आंखें और धुंधली दृष्टि में वृद्धि होती है।

    इस बीमारी की कोई उम्र सीमा नहीं होती
    खास बात यह है कि इस बीमारी की कोई उम्र सीमा नहीं है। 5 साल के बच्चे से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक हर कोई इन बीमारियों से प्रभावित है। इस बीमारी के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। तो, कुछ सरल नियमों का पालन करके आप अपनी आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं। नेत्र विकार विशेषज्ञ डाॅ. इस संबंध में राजीव मुंदड़ा ने जानकारी दी.

    कैसी परवाह?
    5 से 6 घंटे से ज्यादा का स्क्रीन टाइम आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा रहा है और आपको इसका एहसास भी नहीं होता है। साथ ही आपकी याददाश्त पर भी असर पड़ता है। मनोचिकित्सक डाॅ. संदीप शिसोडे ने कहा.

    भारत में एक तिहाई नेत्र रोगी
    एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के एक तिहाई नेत्र रोगी भारत से हैं। इसका मतलब यह है कि अगले 20 वर्षों में हर दूसरे भारतीय को चश्मा पहनने की भविष्यवाणी की गई है। अगर आप इसे रोकना चाहते हैं तो आपको खुद ही कुछ नियम बनाने होंगे। स्क्रीन टाइम कम किया जाना चाहिए. अन्यथा आशंका है कि भारत युवाओं का देश और सबसे ज्यादा चश्मा पहनने वाले लोगों का देश बन जाएगा। विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर आंखों की सुरक्षा और आंखों को स्वस्थ रखने की अपील की जा रही है।

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    4:14 PM