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    April 22, 2025

    दिल्ली में 23 अप्रैल से 4 मई तक संस्कृत की कार्यशाला, UP के प्रशिक्षक सिखाएंगे संस्कृत संभाषण।

    1 min read
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    संस्कृत संभाषण सिखाने के लिए उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान से जुड़े 25 से ज्यादा प्रशिक्षक को दिल्ली स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में होने वाली कार्यशाला में बुलाया गया है.

    संस्कृत को घर-घर पहुंचाने की यूपी की पहल अब दिल्ली तक पहुंच गई है. लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान से जुड़े 25 से ज्यादा प्रशिक्षक अब राजधानी दिल्ली में लोगों को संस्कृत संभाषण सिखाएंगे. इसके लिए उन्हें 23 अप्रैल से 4 मई तक नई दिल्ली स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में होने वाली कार्यशाला में बुलाया गया है.

    इस कार्यशाला का मकसद है कि संस्कृत बोलने की दक्षता को बढ़ावा देना और इसे आम लोगों की भाषा बनाना. यूपी से बुलाए गए प्रशिक्षकों में लखनऊ, मथुरा, गाजियाबाद, गोरखपुर, कानपुर, जौनपुर और झांसी जैसे जिलों के नाम शामिल हैं.

    दिल्ली वालों को सिखाएंगे संस्कृत बोलना
    केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने इस कार्यशाला के लिए उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान से संपर्क किया और उनके प्रशिक्षकों को आमंत्रित किया. प्रशिक्षक दिल्ली के युवाओं, बुजुर्गों और संस्कृत में रुचि रखने वालों को बातचीत की शैली में सरल संस्कृत सिखाएंगे.

    यह योजना 2017 से उत्तर प्रदेश में चल रही है. इसका उद्देश्य है संस्कृत को कठिन किताबों से निकालकर आम बोलचाल की भाषा बनाना. पहले यह क्लासरूम में सिखाई जाती थी, लेकिन कोविड के बाद इसे ऑनलाइन भी चलाया जा रहा है. अब तक करीब एक लाख लोग इस योजना के जरिए संस्कृत बोलना सीख चुके हैं.

    दिल्ली में सिखाना गर्व की बात-यूपी प्रशिक्षक
    लखनऊ से प्रशिक्षण समन्वयक धीरज मैठाणी कहते हैं कि, “अब दिल्ली जैसे बड़े मंच पर संस्कृत सिखाने का मौका मिल रहा है, ये गर्व की बात है.” प्रशिक्षिका राधा शर्मा (मथुरा) और प्रशिक्षक दिव्यरंजन (गाजियाबाद) का भी मानना है कि संस्कृत के साथ-साथ शास्त्र, योग और ज्योतिष जैसी पारंपरिक विधाओं को आगे बढ़ाने में यह योजना अहम भूमिका निभा रही है.

    उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के पूर्व अध्यक्ष डॉ. वाचस्पति मिश्रा कहते हैं कि, “जहां भी जरूरत होती है, हमारे प्रशिक्षक पूरी तैयारी के साथ पहुंचते हैं. संस्कृत को जीवन का हिस्सा बनाने के लिए हम पूरी तरह समर्पित हैं.”

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