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    April 22, 2025

    डिप्रेशन के कारण छोड़ी एनडीए, विदेश में नौकरी छोड़ी यूपीएससी परीक्षा और बन गए आईएएस अफसर।

    1 min read
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    मनुज जिंदल 2017 बैच के महाराष्ट्र कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह एनडीए कैडेट भी थे।

    भारतीय प्रशासनिक सेवा में अधिकारी बनने का सपना कई लोग देखते हैं। इसके लिए वे दिन-रात मेहनत भी करते हैं। कुछ लोग कॉलेज में पढ़ाई के दौरान से ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर देते हैं। अक्सर कुछ लोगों को जल्दी सफलता नहीं मिलती; लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो पहले ही प्रयास में सफल हो जाते हैं। लेकिन, आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अफसर की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल की।

    मनुज जिंदल 2017 बैच के महाराष्ट्र कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह एक एनडीए कैडेट भी थे, जहां उन्होंने यूपीएससी एनडीए परीक्षा में अखिल भारतीय 18वीं रैंक हासिल की थी।

    मनुज जिंदल का बचपन
    मनुज जिंदल गाजियाबाद के मूल निवासी हैं और उन्होंने देहरादून के एक स्कूल से पढ़ाई की है। मनुज जिंदल ने 18 साल की उम्र में एनडीए की परीक्षा पास कर ली। प्रशिक्षण के दौरान अपने पहले सेमेस्टर में उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, लेकिन दूसरे सेमेस्टर में वे तनावग्रस्त और उदास हो गये। अकादमी ने मनुज जिंदल को उनके बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण पाठ्यक्रम से अयोग्य घोषित करने का निर्णय लिया।

    सफलता की यात्रा
    इस सदमे से उबरने के लिए मनुज विदेश चले गए और वर्जीनिया यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। इसके बाद जहां उन्होंने तीन साल तक अच्छे सैलरी पैकेज पर काम किया। लेकिन, बाद में उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया। जब वह भारत आए तो उन्होंने देखा कि उनका छोटा भाई यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इस समय प्रेरित होकर मनुज ने भी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और 2014 में परीक्षा पास कर ली। उन्होंने पहले दो चरण तो पार कर लिए, लेकिन अंतिम सफलता हासिल नहीं कर सके।

    लेकिन, इस असफलता के बाद भी मनुज ने हार नहीं मानी. दोबारा कड़ी मेहनत कर मनुज दूसरे प्रयास में सफल हो गये. उन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन उन्हें आरक्षित श्रेणी में रखा गया। आख़िरकार 2017 में उन्होंने तीसरे प्रयास में फिर से परीक्षा पास की और ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल की। मनुज जिंदल का ये सफर कई लोगों के लिए प्रेरणा है.

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