चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी की यवतमाल में सभा करने की योजना जारी है
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लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को यवतमाल जिले का दौरा करेंगे.
यवतमाल – लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को यवतमाल जिले का दौरा करेंगे. उनका पूर्व निर्धारित दौरा स्थगित होने के बाद अब 28 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में यवतमाल में महिलाओं की भव्य सभा होगी. 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर यवतमाल में सभा करते रहे हैं.
28 फरवरी को यवतमाल शहर के पास नागपुर मार्ग पर भारी शिवारा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की बैठक होगी. हालांकि यह सभा जिला ग्रामीण विकास प्रणाली एवं महिला आर्थिक विकास निगम की पहल पर हो रही है, लेकिन पूरा प्रशासनिक तंत्र इस सभा की तैयारी में जुटा है. अनुमान है कि इस सभा में करीब दो लाख महिलाएं शामिल होंगी. बैठक 43 एकड़ खुली जगह पर होगी और 26 एकड़ पर मंडप बनाने का काम चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 के बाद तीसरी बार जिले के दौरे पर आ रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले, जब वह प्रधान मंत्री पद के दावेदार थे, नरेंद्र मोदी ने अरनी तालुका के दाभाडी में किसानों के साथ ‘चाय पर चर्चा’ करके कृषि उपज की कीमत की गारंटी देने का वादा किया था। इसके बाद वह प्रधानमंत्री बने. लेकिन किसान अभी भी गारंटी मूल्य के लिए आंदोलन कर रहे हैं. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं की बैठक के लिए केलापुर आए थे. उस वक्त भी उन्होंने महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की थी. अब तीसरी बार वह लोकसभा चुनाव से पहले महिलाओं की बैठक के लिए यवतमाल आ रहे हैं. इस बैठक में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के लिए लागू की गई विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करने के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित महिलाओं को भावनात्मक समर्थन देकर लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक सकते हैं. प्रधानमंत्री की बैठक के कुछ ही दिनों बाद लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता की घोषणा हो जाती है. इसलिए ये मुलाकात राजनीतिक तौर पर अहम हो गई है.
भावना गवली वर्तमान में यवतमाल-वाशिम लोकसभा क्षेत्र में महायुति का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। भावना गवली शिंदे ग्रुप से हैं. यह सीट शिंदे गुट के खाते में जाने वाली है. इस संसदीय क्षेत्र में बीएचपी की ओर से कराए गए सर्वे में मौजूदा सांसदों को बदलने के संबंध में पार्टी को रिपोर्ट सौंपी गई है. लेकिन भावना गवली ने महायुति की बैठक में ‘मेरी जश्न नहीं दूंगी’ कहकर यवतमाल-वाशिम से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इस बैठक को विशेष महत्व मिल गया है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में महिलाओं की बैठक हो रही है.
हालांकि यह मुलाकात आधिकारिक लग रही है, लेकिन विपक्ष ने आलोचना की है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक मुलाकात है. सभी प्रमुख विभागों को बैठक में महिलाओं को लाने का ‘टारगेट’ दिया गया है. उसके लिए निःशुल्क यात्रा की व्यवस्था की गई है। सभा स्थल से पार्किंग स्थल तीन किमी दूर होने के कारण आने वाले नागरिक थक जायेंगे. इसके अलावा, बैठक स्थल नागपुर-तुलजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के बगल में है, इसलिए संभावना है कि बैठक के दिन इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। वृक्ष प्रेमियों ने इस बात पर भी नाराजगी जताई है कि बैठक के लिए इलाके के पेड़ों का कत्लेआम किया जा रहा है. जनता में आक्रोश है क्योंकि सिस्टम सुरक्षा के नाम पर आम लोगों को परेशान कर रहा है.
शिवसेना (उबाठा) के प्रवक्ता और किसान नेता किशोर तिवारी ने आलोचना की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बार लोकसभा चुनाव से पहले यवतमाल जिले में आते हैं और झूठे वादे करते हैं. 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दाभाड़ी में किसानों के साथ चाय पर चर्चा की थी. लेकिन उस चर्चा में किया गया कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ. 2019 में पंढरकावड़ा की बैठक में महिलाओं के लिए कई घोषणाएं की गईं. वे भी पूरे नहीं हुए हैं. – किशोर तिवारी, शिव सेना ठाकरे गुट प्रवक्ता
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