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    April 20, 2025

    अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव, फिर अभी से कैसे वोट कर रहे अमेरिकी, जानें क्या है US की चुनाव प्रक्रिया।

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    अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 5 नवंबर को वोट डाले जाएंगे लेकिन एक बेहद जटिल प्रक्रिया के तहत होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग शुरू हो चुकी है. तो चलिए जानते हैं समय से पहले वोटिंग क्यों हो रही है और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया क्या है?

    संयुक्त राज्य अमेरिका में नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान 5 नवंबर 2024 को होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि वोटिंग की प्रक्रिया अभी से शुरू हो चुकी है. एक बड़ी तादाद पहले ही वोट डाल चुकी है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह कैसे हो सकता है? जब वोटिंग का दिन 5 नवंबर है तो पहले ही वोट कैसे डाले जा सकते हैं? तो इसका आसान जवाब तो यह है कि अमेरिकी चुनावी प्रक्रिया बहुत मुश्किल और जटिल है. इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि यह भी जरूरी नहीं है कि चुनाव में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाला उम्मीदवार ही विजेता हो. ऐसा कई बार देखने को मिला है जब ज्यादा वोट हासिल करने वाला उम्मीदार हार गया हो. तो चलिए जानते हैं कि आखिर कैसे चुना जाता है अमेरिका का राष्ट्रपति.

    अब तक 3 करोड़ लोगों ने डाला वोट:
    एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में अब तक 3 करोड़ से ज्यादा लोग वोट डाल चुके हैं. इन तीन करोड़ लोगों ने एडवांस वोटिंग सिस्टम के तहत वोट डाला है और यह वोटिंग अधिकतर मेल के ज़रिए हुई है. अमेरिका में एडवांस वोटिंग सिस्टम के तहत डाक और व्यक्तिगत तौर पर मौजूद होकर भी वोट डाला जा सकता है. नई सरकार जनवरी 2025 से चार साल का कार्यकाल शुरू करेगी. अमेरिकी नागरिक कांग्रेस के सदस्यों का भी चुनाव करेंगे, जो देश में लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले कानूनों को पारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव सीधे आम मतदाताओं द्वारा नहीं, बल्कि इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा किया जाता है.

    इलेक्टोरल कॉलेज क्या है:
    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण और जटिल निकाय इलेक्टोरल कॉलेज है, मूल रूप से इलेक्टोरल कॉलेज वह निकाय है जो राष्ट्रपति को चुनता है और कॉलेज के सदस्य, जिन्हें इलेक्टर भी कहा जाता है वे जनता के वोटों से जीतते हैं. यानी, अमेरिकी लोग राष्ट्रपति चुनाव में उन लोगों को वोट देते हैं जो इलेक्टोरल कॉलेज बनाते हैं और उनका काम देश के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को चुनना है. नवंबर के पहले सप्ताह में मंगलवार को वोटिंग उन मतदाताओं के लिए होती है जो राष्ट्रपति को चुनते हैं. निर्वाचित होने के बाद ये इलेक्टर्स दिसंबर महीने में अपने-अपने राज्य में एक जगह इकट्ठा होते हैं और राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट करते हैं. पहले ये मतदाता अपनी इच्छा से भी मतदान कर सकते थे, लेकिन अब कानूनी तौर पर ये सिर्फ उसी उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं जिसके नाम पर उन्होंने मतदान किया है.

    इलेक्टोरल कॉलेज कैसे काम करता है?
    अमेरिका के हर राज्य में इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्यों की संख्या उसकी जनसंख्या के अनुपात से निर्धारित होती है, जबकि कुल इलेक्टोरल की संख्या 538 है. हर राज्य में कांग्रेस में उतनी ही सीटें हैं और सीनेट में उतने ही सीनेटर हैं जितने उसके निर्वाचक मंडल में निर्वाचक हैं, अर्थात यदि किसी राज्य में कांग्रेस में दस सीटें और सीनेट में दो सीटें हैं, तो उस राज्य में जाने वाले निर्वाचकों की कुल संख्या इलेक्टोरल कॉलेज बारह होगा. अमेरिका में कैलिफ़ोर्निया में सबसे अधिक 55 मतदाता हैं, जबकि व्योमिंग, अलास्का या नॉर्थ डकोटा जैसे कम आबादी वाले राज्यों में तीन हैं, जो किसी भी राज्य के लिए सबसे कम संख्या है. अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए, एक उम्मीदवार को 538 निर्वाचकों में से 270 या अधिक के समर्थन की आवश्यकता होती है. आम तौर पर राज्य अपने सभी इलेक्टोरल कॉलेज वोट उस उम्मीदवार को देते हैं जो उस राज्य में सबसे लोकप्रिय वोट प्राप्त करता है.

    ज्यादा वोट हासिल करने के बावजूद मिल जाती हार:
    हालांकि यह भी संभव है कि कोई उम्मीदवार राष्ट्रीय स्तर पर मतदाताओं के बीच सबसे लोकप्रिय हो, लेकिन राष्ट्रपति बनने के लिए आवश्यक 270 चुनावी वोट प्राप्त न कर पाए. दरअसल अमेरिका में पिछले पांच राष्ट्रपति चुनावों में से दो में ऐसे उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जिन्हें हारने वाले उम्मीदवार की तुलना में कम लोकप्रिय वोट मिले. 2016 में, डोनाल्ड ट्रम्प को हिलेरी क्लिंटन की तुलना में 3 मिलियन कम वोट मिले, लेकिन वह राष्ट्रपति बन गए क्योंकि उन्होंने इलेक्टोरल कॉलेज में बहुमत हासिल किया था. साल 2000 में, जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने 271 चुनावी वोटों से जीत हासिल की, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी, डेमोक्रेटिक उम्मीदवार अल गोर को उनसे 500,000 अधिक वोट मिले.

    चुनाव में कौन मतदान कर सकता है?
    १. 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के अधिकांश अमेरिकी नागरिक राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं.
    २. नॉर्थ डकोटा को छोड़कर हर राज्य में वोटिंग से पहले लोगों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है.
    ३. प्रत्येक राज्य की अपनी मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया और समय-सीमा होती है.
    ४. विदेश में रहने वाले अमेरिकी नागरिक संघीय पोस्ट कार्ड आवेदन (एफसीपीए) पूरा करके मतदान के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और अनुपस्थित डाक मतपत्र का अनुरोध कर सकते हैं.
    ५. कुछ राज्यों में प्रारंभिक मतदान – जिनमें महत्वपूर्ण निर्णायक राज्य जॉर्जिया और उत्तरी कैरोलिना भी शामिल हैं – पहले से ही शुरू हो चुका है.

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