संसद उल्लंघन: अराजकता नहीं, खुद को आग लगाने की साजिश, सागर शर्मा का बड़ा खुलासा
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संसद सुरक्षा उल्लंघन: संसद में घुसपैठ करने वाले सागर शर्मा ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने चौंकाने वाली जानकारी दी है कि धुएं की साजिश बाद में रची गई थी, पहले संसद के बाहर खुद को आग लगाने की योजना थी.
लोकसभा में घुसकर संसद की सुरक्षा में चूक को उजागर करने वाले सभी आरोपियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस ने अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड ललित झा को भी पुलिस ने हथकड़ी लगा ली है. फिलहाल वह 7 दिन की पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने 14 दिसंबर की रात ललित को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की 48 घंटे की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जिसके आधार पर पुलिस के सामने कई बातें सामने आई हैं. इस बीच आरोपियों में से एक सागर शर्मा ने संसद के बाहर खुद को आग लगाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में जानकारी मिली कि इसे रद्द कर दिया गया है.
वे कुल 7 स्मोकिंग पाइप लेकर संसद पहुंचे
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी एक या दो नहीं बल्कि कुल 7 स्मोकिंग पाइप लेकर पहुंचे थे. इस घटना को बड़ा रूप देने के इरादे से संसद में तोड़फोड़ की साजिश रची गई थी. आरोपियों की तलाश में गूगल पर सर्च कर संसद भवन के पास का इलाका तलाशा गया। इसके अलावा उन्होंने संसद की सुरक्षा के पुराने वीडियो भी देखे थे.
संसद में हंगामा क्यों?
उसने गूगल पर यह भी खोजा कि कैसे सुरक्षित तरीके से बातचीत की जाए ताकि पुलिस के हाथों में न पड़ जाए। सिग्नल एप पर बात इसलिए कर रहे थे, ताकि कोई आप तक न पहुंच सके। अब तक की जांच से पता चला है कि ललित झा ही मास्टरमाइंड है. उनका इरादा मीडिया में अपना प्रभाव बनाना था. इसी वजह से उन्होंने सत्र के दौरान संसद में प्रवेश करने की योजना बनाई थी.
नियोजित आत्मदाह निरस्त कर दिया गया
पूछताछ के दौरान आरोपी सागर ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि पहले खुद को आग लगाने की योजना बनाई थी. लेकिन बाद में इस योजना को रद्द कर दिया गया. सागर ने विशेष टीम को यह भी बताया कि ऑनलाइन एक जेल जैसा पदार्थ खरीदने की भी योजना थी, जिसे शरीर पर लगाने के बाद शरीर को आग से बचाया जा सके. लेकिन ऑनलाइन भुगतान नहीं होने के कारण जेल नहीं खरीदा जा सका और आत्मदाह की योजना रद्द हो गयी.
पुलिस को जले हुए मोबाइल फोन मिले
ललित अपने माता-पिता को दरभंगा ट्रेन में बैठाकर दिल्ली के लिए रवाना हो गया। ललित के माता-पिता ने कहा है कि हमारा बेटा निर्दोष है. उन्होंने यह भी कहा है कि वह उन्हें न्याय दिलाने के लिए कोर्ट तक दौड़ेंगे.
इस बीच ललित ने सभी आरोपियों के मोबाइल फोन जला दिये थे. पुलिस ने मौके पर जाकर सभी मोबाइल फोन जब्त कर लिये. इस मोबाइल के अवशेष को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है.
मास्टरमाइंड ललित ने पुलिस के सामने कबूल किया कि आरोपियों ने घटना से पहले संसद पर धावा बोला था. संसद की सुरक्षा में किसी भी चूक का फायदा उठाकर साजिश रचने के लिए आरोपियों ने रेकी के लिए कई बार दिल्ली का दौरा किया। ललित ने संसद घोटाले की साजिश से जुड़े सभी सबूतों को नष्ट करने के लिए अपने सह-अभियुक्तों के फोन को नष्ट करने की बात कबूल की है।
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