निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने अपने विदाई भाषण में देश के अति-धनवानों की आलोचना करते हुए खतरे की चेतावनी दी।
1 min read
|








जो बायडेन ने अपने विदाई भाषण में देश के अति-धनवानों की आलोचना की।
जो बायडेन विदाई भाषण: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद जो बायडेन ने आज आखिरी बार राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने अपना विदाई भाषण अपने ओवल ऑफिस से दिया। इस बार उन्होंने देश के ‘सुपर रिच वर्ग’ की आलोचना की। बिडेन ने कहा कि समाज में कुछ लोगों (कुलीनतंत्र) द्वारा सत्ता का संकेन्द्रण खतरनाक होता जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन अगले पांच दिनों के भीतर व्हाइट हाउस छोड़ देंगे। इस बीच अपने विदाई भाषण में जो बायडेन ने कहा कि मैं देश में कुछ खतरों के बारे में आगाह करना चाहूंगा, जो भविष्य में बड़ा खतरा बन सकते हैं। आज सत्ता मुट्ठीभर लोगों के हाथों में केंद्रित हो गयी है। कुछ अति-धनवान लोगों के हाथों में सत्ता का संकेन्द्रण खतरनाक है और इससे देश के लोकतंत्र को भी खतरा है। इससे नागरिकों के मौलिक अधिकारों पर भी खतरा मंडरा रहा है और भविष्य में सभी के लिए समान अवसर भी समाप्त हो जाएंगे।
बायडेन ने आगे कहा कि देश को उनके चंगुल से आजाद कराना होगा। अमेरिका होने का मतलब है कि सभी को समान अवसर मिलेंगे। लेकिन मेहनत करना मत छोड़िए, क्योंकि आपकी मेहनत ही आपको आगे ले जाएगी।
बायडेन ने कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या गलत सूचना और सटीक जानकारी का अभाव है। आज मीडिया पर बहुत दबाव है। स्वतंत्र मीडिया ख़त्म हो गया है, संपादक गायब हो रहे हैं।
आगे बोलते हुए बायडेन ने कहा, “मैंने हमेशा सोचा है कि हम कौन हैं और हमें क्या बनना चाहिए।” बायडेन ने न्यूयॉर्क में स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का जिक्र करते हुए कहा कि, मूर्ति की तरह, अमेरिका का विचार सिर्फ एक व्यक्ति के दिमाग से निकला विचार नहीं था, बल्कि इसे दुनिया भर के अलग-अलग पृष्ठभूमि के लोगों ने बनाया था .
बायडेन ने कहा कि अमेरिका लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान करता है। राजनीति में लगभग 50 वर्षों के अनुभव के बाद मैं कह सकता हूं कि अमेरिकी होने का मतलब लोकतंत्र का सम्मान करना है। यह स्वतंत्र समाज और स्वतंत्र प्रेस का आधार है। सत्ता और कर्तव्य के बीच संतुलन बनाए रखना हमेशा संभव नहीं हो सकता, लेकिन इसी बात ने पिछले 250 वर्षों से हमारे लोकतंत्र को मजबूत बनाया है।
बायडेन ने अपने भाषण में अपने प्रशासन के दौरान किए गए कुछ कार्यों का भी उल्लेख किया। हमने वर्षों में मिलकर जो कुछ हासिल किया है, उसका प्रभाव समझने में समय लगेगा। लेकिन हमने जो बीज बोये हैं, वे विशाल वृक्ष बनेंगे और आने वाली सदियों तक हमें लाभान्वित करेंगे। बायडेन ने यह भी कहा कि नाटो की शक्ति को और बढ़ाना, बंदूक सुरक्षा कानून लागू करना और बुजुर्गों के लिए दवा की कीमतें कम करना हमारी सरकार की कुछ उपलब्धियां हैं।
बायडेन ने राष्ट्रपति के रूप में अपना पांचवां और अंतिम भाषण ओवल ऑफिस से दिया। इससे पहले 24 जुलाई को उन्होंने इसी कार्यालय से घोषणा की थी कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से हट रहे हैं।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments