सिफारिशों के उचित कार्यान्वयन के बारे में केंद्र द्वारा सर्वोच्च न्यायालय को जानकारी देना।
1 min read
|








एनईईटी परीक्षा स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा आयोजित की जाती है। सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले झारखंड के हजारीबाग में परीक्षा केंद्र पर एनटीए की कई कमियों की ओर इशारा किया था।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के कामकाज की समीक्षा के बाद सात सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल द्वारा की गई सभी सिफारिशों को लागू करेगी। ) पिछले साल। न्यायालय ने पिछले वर्ष नवम्बर में इस मामले में दायर समीक्षा याचिका खारिज कर दी थी। इसने ‘नीट’ परीक्षा रद्द करने से भी इनकार कर दिया। इसमें यह भी कहा गया कि किसी भी पेपर लीक या इसी तरह की अनियमितताओं के बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है।
एनईईटी परीक्षा स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा आयोजित की जाती है। सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले झारखंड के हजारीबाग में परीक्षा केंद्र पर एनटीए की कई कमियों की ओर इशारा किया था। यहां स्ट्रांगरूम का पिछला दरवाजा खुला पाया गया। इसके अलावा कुछ लोगों को अवैध रूप से भी यहां प्रवेश की अनुमति दी गई। अभ्यर्थियों को गलत प्रश्नपत्र दिये गये। अदालत ने इसे गंभीरता से लिया।
सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से अटॉर्नी जनरल तुषार मेहता पेश हुए। उन्होंने न्यायमूर्ति पी. को यह भी बताया कि केन्द्र द्वारा नियुक्त समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और सरकार सभी सिफारिशों को लागू करेगी। एस। नरसिम्हा और मनोज मिश्रा ने पीठ को बताया। अगली सुनवाई अप्रैल में होगी। मुद्रण संबंधी समस्याओं के कारण समिति की पूरी रिपोर्ट रिकार्ड में नहीं रखी जा सकी है। न्यायालय ने पिछले वर्ष 21 अक्टूबर को नियुक्त विशेषज्ञ समिति को परीक्षा सुधारों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए दी गई समय सीमा बढ़ा दी थी।
समिति को पीठ के निर्देश
पीठ ने कहा कि केंद्र सरकार और एनटीए द्वारा सौंपे गए कार्यों के अलावा समिति को परीक्षा सुरक्षा और प्रशासन, सूचना और तकनीकी सुधार जैसे मुद्दों पर भी विचार करना होगा। समिति को कई सिफारिशों पर भी विचार करना होगा, जैसे कि एक निश्चित नीति, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सहायता और एनटीए कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण।
सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति
केंद्र ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पूर्व प्रमुख के.के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल नियुक्त किया गया। इसमें रणदीप गुलेरिया, बीजे राव, राममूर्ति के, पंकज बंसल, आदित्य मित्तल, गोविंद जायसवाल भी शामिल थे।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments