मानसून 2.0; तूफ़ानी हवाएँ और वज्रपात, बार-बार बारिश ने चिंता बढ़ा दी।
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मौसम विभाग की ओर से दी गई चेतावनी के मुताबिक अगले 24 घंटों में दक्षिण महाराष्ट्र में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
मानसून की वापसी यात्रा के दौरान वापसी की बारिश अब वास्तविक अर्थों में राज्य को कवर कर रही है और ऐसा देखा जा रहा है कि इस मानसून की दूसरी पारी शुरू हो गई है। अक्टूबर की गर्मी के कारण जहां दिन-ब-दिन गर्मी बढ़ती जा रही है, वहीं दक्षिण महाराष्ट्र में बारिश के लिए पूरक माहौल बन रहा है। इसके चलते राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिलेगी, मौसम विभाग ने यहां बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
फिलहाल जहां महाराष्ट्र के नंदुरबार इलाके में बारिश रुकी हुई है, वहीं अगले 48 घंटों में ज्यादातर हिस्सों में बारिश की फुहारें देखने को मिलेंगी. प्रदेश में गर्मी बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन कहा जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी के साथ अरब सागर में बनी चक्रवाती हवाओं के कारण यह स्थिति बन रही है.
आधिकारिक तौर पर अब प्रदेश से मानसून की वापसी यात्रा शुरू हो चुकी है. लेकिन, बंगाल की खाड़ी से राज्य में आने वाली भाप भरी हवाओं के कारण 9 अक्टूबर से 12 अक्टूबर के बीच राज्य में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश की संभावना है। राज्य में वर्तमान मौसम की स्थिति को देखते हुए यह अनुमान लगाया गया है कि हवा की ऊपरी परत में गर्म और शुष्क गर्म हवाओं के संयोजन के कारण गरज वाले बादलों के साथ बारिश होगी।
मुंबई शहर और उपनगरों में दोपहर में तापमान और बढ़ेगा, लेकिन शाम को कुछ इलाकों में बारिश देखने को मिल सकती है. आईएमडी की जानकारी के मुताबिक इस साल अक्टूबर महीने में राज्य में औसत से ज्यादा बारिश होने की संभावना थी. लेकिन, उसकी तुलना में बारिश की औसत मात्रा कम होगी, ऐसा अब आईएमडी की ओर से कहा जा रहा है.
उत्तरी मॉनसून का असर महाराष्ट्र में बारिश पर पड़ रहा है
मौसम विभाग के मुताबिक, जब भी सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश के हिमालयी क्षेत्र और उत्तर पूर्वी राज्यों में भारी बारिश होती है, तो महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत मध्य भारत यानी मध्य प्रदेश में बारिश की मात्रा कम हो जाती है।
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