मोदी सरकार ने बुलढाणा में ‘बाल झड़ने’ पर ध्यान दिया; दिल्ली और चेन्नई से डॉक्टरों की टीमें आएंगी, आईसीएमआर की ओर से चल रहा है शोध, केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी.
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केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने शनिवार को बुलढाणा के कुछ गांवों का दौरा किया।
विभिन्न स्वास्थ्य प्रणालियों, सरकारी मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञों के दौरे, सर्वेक्षणों की झड़ी, तथा शनिवार (11 जनवरी) से शुरू हुए नेताओं के सांत्वना दौरों का दौर, शेगांव तालुका के कुछ गांवों की वर्तमान तस्वीर है। इन गांवों में एक भयावह और हृदय विदारक तस्वीर उभर रही है, जिसका संदेश है, “यहां भय कभी खत्म नहीं होता।” दरअसल, अचानक बाल झड़ने और गंजापन नामक एक अज्ञात बीमारी का प्रसार बढ़ रहा है, जो शेगांव तालुका में लगभग पांच दिनों से मौजूद है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह अजीब और भयावह बीमारी शनिवार को शेगाँव तालुका की सीमा पार कर पड़ोसी नांदुरा तालुका में प्रवेश कर गई, जिससे भय फैल गया। नांदुरा तालुका के वडनेर भोलजी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले वाडी गांव में बाल झड़ने और गंजेपन के सात मरीज पाए जाने के बाद नांदुरा तालुका और स्वास्थ्य प्रणाली में हड़कंप मच गया है। इस बीच अब राज्य सरकार के बाद केंद्र सरकार ने भी इस मामले का संज्ञान ले लिया है।
“बालों के झड़ने का क्या कारण है?” इसकी जांच के लिए सोमवार को दिल्ली और चेन्नई से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीमें बुलाई गई हैं। आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, एलोपैथी के विशेषज्ञ और आईसीएमआर के वैज्ञानिक बालों के झड़ने की इस अजीब बीमारी पर शोध कर रहे हैं। केंद्रीय आयुष, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने अपील की है, “नागरिकों को घबराना नहीं चाहिए।”
प्रतापराव जाधव ने बाल झड़ने से प्रभावित गांवों का दौरा किया
बुलढाणा जिले के शेगाँव तालुका के 11 गांवों में नागरिकों के बाल झड़ने और गंजे होने की समस्या है। 11 जनवरी को केंद्रीय आयुष (स्वतंत्र प्रभार), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने बाल झड़ने की समस्या से प्रभावित गांवों का दौरा किया। मरीजों से बातचीत की और इस बीमारी के बारे में जानकारी ली। चूंकि यह बीमारी पहली बार सामने आई है, इसलिए रोग के मूल कारण पर शोध करना आवश्यक है और इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों के स्वास्थ्य विभागों द्वारा उपाय किए जा रहे हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों द्वारा तेल, साबुन और शैंपू जैसे घरेलू उत्पादों का निरीक्षण किया जा रहा है। प्रतापराव जाधव ने नागरिकों से अपील की कि वे जांच लें कि इन उत्पादों की वैधता समाप्त हो गई है या नहीं और उसके बाद ही इनका उपयोग करें।
मंत्री प्रतापराव जाधव ने ग्रामीणों से कहा, “मैं आपसे मिलने आया हूं और बाल झड़ने की घटनाओं का समय रहते संज्ञान लेकर आपको आश्वस्त करना चाहता हूं। केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग 24 घंटे आपकी सेवा में मौजूद रहेंगे।” इस अवसर पर जिला शल्य चिकित्सक डा. भागवत भुसारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमोल गीते उपस्थित थे।
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