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    April 20, 2025

    Meta Employee: हर साल मिल रही थी 3 करोड़ की सैलरी, फिर भी इस युवा ने छोड़ी फेसबुक की नौकरी, ये रहा कारण।

    1 min read
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    Meta Work Culture: गूगल-फेसबुक जैसी कंपनियों में नौकरी हो और हर साल करोड़ों की सैलरी मिले, यह बहुत सारे लोगों का सपना हो सकता है , लेकिन एरिक ने ऐसी नौकरी को छोड़ने का फैसला कर लिया।
    हर किसी का सपना होता है कि किसी टॉप की कंपनी में नौकरी हो और मोटी सैलरी हो , अगर टेक सेक्टर की बात हो तो हर कोई गूगल-फेसबुक जैसी दिग्गज कंपनियों में काम करने के मौके खोजता है , हालांकि इस युवक की कहानी कुछ अलग है , उसे फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा में नौकरी मिली , सैलरी भी काफी मोटी थी, लेकिन उसके बाद भी युवक ने नौकरी छोड़ने का फैसला कर लिया।

    3 करोड़ सालाना की थी सैलरी
    बिजनेस इनसाइडर में छपी यह कहानी है एरिक यू की. एरिक को 28 साल की उम्र में ही फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा में नौकरी मिल गई , नौकरी भी ऐसी, जिसमें सैलरी शानदार मिल रही थी , रिपोर्ट की मानें तो एरिक को मेटा में सालाना करीब 3 करोड़ रुपये कर सैलरी मिल रही थी , निश्चित तौर पर बड़े पैमाने पर लोग इसे ड्रीम जॉब बता सकते हैं , एरिक ने भी शुरुआत में ड्रीम जॉब की तरह ही इसे लिया था, लेकिन बाद में उन्हें मजबूर होकर नौकरी छोड़नी पड़ गई।

    ठुकरा दिया था गूगल का ऑफर
    एरिक बताते हैं कि उन्होंने मेटा के साथ अपनी नौकरी की शुरुआत बड़ी उम्मीदों और उत्साह के साथ की थ , मेटा की नौकरी के लिए उन्होंने गूगल के ऑफर को भी ठुकरा दिया था , हालांकि जब उन्होंने मेटा में अपना काम शुरू किया तो उन्हें पता चला कि उन्होंने जो कुछ सोच रखा था, वास्तविक स्थिति उससे काफी अलग है।

    इन कारणों से टॉक्सिक था कल्चर
    मेटा में काम करते हुए एरिक को चौतरफा दबावों का सामना करना पड़ा , उनके सामने कोडिंग के उच्च मानकों को पाने का प्रेशर लगातार रहता था, उसके अलावा काम पर मिलने वाले फीडबैक काफी कठोर होते थे , बात-बात में नुक्ताचीनी और सहानुभूति के अभाव जैसे फैक्टर ने एरिक के लिए मेटा के वर्क कल्चर को टॉक्सिक बना दिया था।

    टॉक्सिक कल्चर से आने लगे अटैक
    हालात इतने खराब होने लग गए कि एरिक को काम के प्रेशर और टॉक्सिक वर्क कल्चर के चलते पैनिक अटैक आने लग गए , एरिक को पहली बार वर्क फ्रोम होम करते हुए पैनिक अटैक आया , उसके बाद एरिक को पैनिक अटैक से बाद में भी जूझना पड़ा , अंत में एरिक ने तय किया कि अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना प्रॉयरिटी में होना चाहिए और इस तरह उन्होंने मेटा की मोटी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी।

    अब ये काम कर रहे हैं एरिक
    एरिक के हवाले से बिजनेस इनसाइडर ने बताया है , अगर मेटा की नौकरी करते रहते तो वह एरिक के जीवन की फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए बेहतर साबित होता, लेकिन एरिक ने मानसिक स्वास्थ्य को वरीयता दी , अब वह रियल एस्टेट में हाथ आजमा रहे हैं, जहां उन्हें अच्छी सफलता भी हाथ लग रही है।

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