‘महाकुंभ’ की आलोचना करने वालों की मानसिक गुलामी; प्रधानमंत्री ने भारतीय धार्मिक परंपराओं का मजाक उड़ाने वालों की आलोचना की।
1 min read
|








प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को महाकुंभ की आलोचना करने वाले नेताओं के बयानों पर कड़ा प्रहार किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को महाकुंभ की आलोचना करने वाले नेताओं के बयानों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने ‘गुलाम मानसिकता’ वाले लोगों की आलोचना की जो विदेशी ताकतों के समर्थन से देश की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर हमला कर रहे हैं। प्रधानमंत्री रविवार को मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र और कैंसर अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। उस समय उन्होंने घोषणा की थी कि प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ ‘एकता का महाकुंभ’ है।
मोदी का यह बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहने के विवाद की पृष्ठभूमि में आया है, जिसमें उन्होंने महाकुंभ के दौरान कुप्रबंधन और भगदड़ की घटनाओं का हवाला दिया था।
आजकल हम देखते हैं कि नेताओं का एक समूह हमारे धर्म का मजाक उड़ा रहा है। वे इकाई को तोड़ने पर तुले हुए हैं और लोगों में विभाजन पैदा करने में लगे हुए हैं। कई बार विदेशी ताकतें भी इन लोगों का समर्थन कर देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश करती नजर आती हैं। – नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
‘उनका एजेंडा विभाजन करना है’
हिंदू धर्म से नफरत करने वाले ये लोग सदियों से किसी न किसी वेश में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुलाम मानसिकता से घिरे ये लोग हमारे मठों, मंदिरों, हमारे संतों, संस्कृति और सिद्धांतों पर लगातार हमला करते रहते हैं, ये लोग हमारे त्योहारों, परंपराओं और रीति-रिवाजों का दुरुपयोग करते हैं। वे प्रगतिशील धर्मों और संस्कृतियों को बदनाम करने का साहस करते हैं। उनका एजेंडा हमारे समाज को बांटना और इसकी एकता को तोड़ना है।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments