कांग्रेस-भाजपा सांसदों की झड़प के बाद लोकसभा अध्यक्ष का बड़ा फैसला; अब संसद के द्वार पर…
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भाजपा और कांग्रेस सांसदों के बीच हुई हाथापाई के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने बड़ा फैसला लिया है।
संसद परिसर में गुरुवार (19 दिसंबर) को हुई भगदड़ के मद्देनजर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बड़ा फैसला लिया है। अब कोई भी राजनीतिक दल या सांसदों का समूह किसी भी तरह का धरना-प्रदर्शन नहीं कर सकेगा। संसद भवन के द्वार पर धरना या प्रदर्शन। ये सख्त निर्देश संसद की सुचारू कार्यवाही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जारी किए गए हैं।
इन निर्देशों के बाद संसद भवन के किसी भी गेट पर किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा सकेगा। ये निर्देश जारी करते हुए लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय संसद की पवित्रता बनाए रखने तथा कार्यवाही का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
संसद भवन क्षेत्र में इंडिया फ्रंट के सांसदों से गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री के डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के बारे में दिए गए बयान पर विरोध प्रदर्शन के दौरान विपक्षी सांसदों और एनडीए सांसदों के बीच झड़प हो गई। भाजपा ने आरोप लगाया कि उसके दो सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और मुकेश राजपूत विपक्षी सांसदों द्वारा धक्का दिए जाने के कारण घायल हो गए। भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने दावा किया कि राहुल गांधी ने विशेष दर लागू करने की कोशिश की, जिसके कारण उनका पतन हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों सांसदों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। दोनों सांसदों को आरएमएल अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि राजपूत को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
संसद के बाहर हुई हाथापाई के मामले में राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 115, 117, 125, 131, 351 और 3(5) सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?
भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन उन्होंने हमें मकर द्वार गेट पर रोक दिया। वे अपनी ताकत दिखाने के लिए कई पुरुष सांसदों को लेकर आये। हमारे साथ महिला सांसद भी थीं, उन्हें भी रोका गया।” उन्होंने भाजपा सांसदों पर कांग्रेस नेताओं को धक्का देने का भी आरोप लगाया। खरगे ने कहा, “मैं किसी पर दबाव बनाने की स्थिति में नहीं हूं।” मैं अपना संतुलन नहीं रख सका और बैठ गया। अब वे आरोप लगा रहे हैं कि हमने उन्हें धक्का दिया।”
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