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    April 22, 2025

    13 साल तक अनाथालय में रहे, पढ़ाई के लिए घर-घर अखबार बांटा…बिना यूपीएससी परीक्षा दिए बने आईएएस अफसर।

    1 min read
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    इस अधिकारी का नाम अब्दुल नासर है और उनका जन्म केरल के कन्नूर जिले के थालास्सेरी में हुआ था। अब्दुल को बचपन से ही कई संघर्षों का सामना करना पड़ा।

    भारतीय प्रशासनिक सेवा में अधिकारी बनने का सपना कई लड़के-लड़कियां देखते हैं। इसके लिए वे दिन-रात मेहनत भी करते हैं। कुछ लोग कॉलेज में पढ़ाई के दौरान से ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर देते हैं। अक्सर कुछ लोगों को जल्दी सफलता नहीं मिलती; लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो पहले ही प्रयास में सफल हो जाते हैं। लेकिन, आज हम आपको एक ऐसे अफसर का सफर बताने जा रहे हैं, जो यूपीएससी परीक्षा पास किए बिना ही आईएएस अफसर बन गया।

    इस अधिकारी का नाम अब्दुल नासर है और उनका जन्म केरल के कन्नूर जिले के थालास्सेरी में हुआ था। अब्दुल को बचपन से ही कई संघर्षों का सामना करना पड़ा। पाँच वर्ष की आयु में उनके पिता की मृत्यु हो गई। परिवार में आर्थिक तंगी के कारण इस दौरान उनकी मां घरेलू नौकरानी के रूप में उसी घर में रहने लगीं। इसलिए अब्दुल नासर और उनके भाई-बहन एक अनाथालय में रहने लगे।

    अब्दुल नासर ने छोटी उम्र में आई इन कठिनाइयों पर काबू पाते हुए 13 साल अनाथालय में बिताए। इस अवधि के दौरान उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सफलतापूर्वक पूरी की। 10 साल की उम्र से, उन्होंने अपने परिवार का समर्थन करने के लिए क्लीनर और होटल सप्लायर के रूप में काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए घर-घर अखबार पहुंचाने, कक्षाओं में ट्यूशन देने और फोन ऑपरेटर के रूप में भी काम किया। संघर्ष के इस दौर में अब्दुल ने एक सरकारी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

    अब्दुल नासर का आईएएस सफर
    1994 में स्नातक होने के बाद, अब्दुल ने केरल स्वास्थ्य विभाग में एक सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करना शुरू कर दिया। अब्दुल का बचपन अनाथालय में बीता इसलिए उनके मन में हमेशा समाज के लिए कुछ करने की ललक रहती थी। नौकरी के दौरान भी वे अक्सर समाज सेवा के लिए प्रयास करते रहते थे। उनकी मेहनत और लगन को देखते हुए सरकार ने उन्हें 2006 में राज्य सिविल सेवा के तहत डिप्टी कलेक्टर की जिम्मेदारी दी।

    अब्दुल नासर अपनी मेहनत और अपने काम से लगातार आगे बढ़ रहे थे। 2015 में, उन्हें केरल के शीर्ष डिप्टी कलेक्टर के रूप में मान्यता दी गई थी। इसके अलावा 2017 में सरकार ने उन्हें आईएएस अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया और 2019 में अब्दुल नासर कोल्लम के कलेक्टर बने। इस तरह अब्दुल नासर बिना यूपीएससी परीक्षा दिए आईएएस अधिकारी बन गए।

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