हथेली पर जान, दुनिया की सबसे ऊंची रेलवे लाइन; ऑक्सीजन लेकर करते हैं 2000 KM लंबा सफर.
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दुनिया के सबसे बड़े रेलवे प्लेटफॉर्म और सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज का रिकॉर्ड भारत के नाम है. भारतीय रेलवे का दुनियाभर में चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है. अंडरवाटर ट्रेन से लेकर साढ़े तीन किमी लंबी मालगाड़ी सब कुछ भारत में है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया की सबसे ऊंची रेलवे लाइन कितनी ऊंचाई पर होगी?
दुनिया की सबसे ऊंची रेलवे लाइन चीन में है. इस रेलवे लाइन पर लोग जान हथेली पर लेकर सफर करते हैं. इस रेलवे लाइन का नाम क्विंगजांग रेलवे या किंघई-तिब्बत रेलवे है. गोलमुंड को तिब्बत की राजधानी ल्हासा से जोड़ने वाली रेलवे लाइन के नाम दुनिया की सबसे ऊंची रेलवे लाइन होने का रिकॉर्ड है. इस 2,000 किमी लंबा सफर में ट्रेन काफी चुनौतियों को पार करते हुए गंत्वय तक पहुंचती है.
रास्ते में तेज हवाओं और भयंकर ठंड के बीच यात्री सफर करने के लिए मजबूर रहते हैं. इस रास्ते में न तो पीने के लिए पानी रहता है न ही रेलवे ट्रैक के किनारे कोई पेड़ रहता है. इस रूट पर अक्सर ऑक्सीजन का दबाव कम होने की शिकायत रहती है. ऐसे में यात्रियों को सफर में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए ट्रेन में ऑक्सीजन की व्यवस्था रहती है.
जैसे हवाई जहाज में ऑक्सीजन की कमी महसूस होने पर सीट के ऊपर लगे संयत्र से आप ऑक्सीजन ले सकते हैं. उसी तरह किंघई- तिब्बत रेलवे यात्रियों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाती है. इतना ही नहीं यात्रियों की किसी भी इमरजेंसी के लिए ट्रेन में डॉक्टर और दवाओं की व्यवस्था रहती है.
इस रेलवे लाइन को इंजीनियरिंग का ‘चमत्कार’ बताया जाता है. कहा जाता है कि यह ट्रेन ‘दुनिया की छत’ पर सफर करती है. यही कारण है कि इसे स्काई ट्रेन का नाम दिया गया है और यह 5702 मीटर की ऊंचाई तक चढ़ती है.
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