व्यवसाय वृद्धि में ‘एआई’ की प्रमुख भूमिका, मेटा की प्रबंध निदेशक संध्या देवनाथन का मानना है
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भारत में मेटा की उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संध्या देवनाथन ने गुरुवार को कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक परिपूर्ण नहीं है, लेकिन दैनिक जीवन में इसका अभी भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है।
मुंबई: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-एआई) न केवल लोगों की निजी बल्कि व्यावसायिक जिंदगी में भी अहम भूमिका निभा रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग टेक्स्ट जेनरेशन, रचनात्मक विचारों, लोगो डिजाइन, मार्केटिंग रणनीतियों के साथ-साथ व्यवसाय वृद्धि के लिए अनुवाद के लिए किया जा रहा है। भारत में मेटा की उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संध्या देवनाथन ने गुरुवार को कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक परिपूर्ण नहीं है, लेकिन दैनिक जीवन में इसका अभी भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि सोशल मीडिया ‘इंस्टाग्राम’ पर 25 फीसदी कंटेंट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक की मदद से तैयार किया जाता है.
मेटा और द नज संस्था के सहयोग से विभिन्न महिलाओं के नेतृत्व में एक स्टार्टअप पहल ‘प्रगति’ शुरू की गई है। प्रगति सम्मेलन का आयोजन गुरुवार 29 फरवरी को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित जियो वर्ल्ड सेंटर में किया गया। इस समय देवनाथन बोल रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले तीन-चार सालों में सोशल मीडिया पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है और इंस्टाग्राम ऐप पर 73 फीसदी बिजनेस महिलाएं करती हैं. बैठक के दौरान देवनाथन ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि यदि अधिक महिलाओं में व्यवसाय करने और इसका विस्तार करने की क्षमता होगी, तो देश आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत होगा।
महिला उद्यमिता, कृषि प्रौद्योगिकी, कौशल आधारित उद्यमिता आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी की भारी आवश्यकता है। द नज के सीईओ और संस्थापक अतुल सतीजा ने राय व्यक्त की कि सार्वजनिक धन इसे पूरा करने का सबसे अच्छा स्रोत है। उन्होंने यह भी कहा कि गरीबी उन्मूलन के लिए महिला उद्यम समूहों को सशक्त बनाना आवश्यक है।
व्यवसाय में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना, सशक्तिकरण, स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच, महिला नेतृत्व वाले संगठनों को धन प्रदान करना, दानदाताओं को प्राप्त करना, कानूनी सलाह प्रदान करना आदि जैसी विभिन्न गतिविधियाँ प्रगति गतिविधियों के माध्यम से की जाती हैं। महिला उद्यमियों की आवश्यकता, उनके व्यवसाय में प्रौद्योगिकी का उपयोग और उद्यमिता का भविष्य जैसे विभिन्न विषयों पर सेमिनार आयोजित किए गए। लाइटबॉक्स के संदीप मूर्ति, फ्रेशमेनू की रश्मी डागा, मांदेशी बैंक की चेतना गाला सिन्हा, ब्रांड यूनिलीवर एंड सस्टेनेबिलिटी के प्रशांत वेंकटेश, फ्रंटियर मार्केट्स की अजायता शाह, स्टार्टअप की मनीषा गुप्ता, डॉ. सेमिनार में वनिता शर्मा एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
सम्मेलन में कॉर्पोरेट, सरकारी, सामाजिक उद्यमिता आदि क्षेत्रों के 120 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित थे। साथ ही इस मौके पर ‘सजे सपने’ और ‘कार्य’ संस्थाओं की कार्यप्रणाली से भी परिचय कराया गया।
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