क्या धरती के नीचे कुछ हलचल हो रही है? क्या दिन के 24 घंटों में घंटे कम होंगे? वैज्ञानिकों के अध्ययन के बारे में जानें.
1 min read
|








वैज्ञानिकों का यह चौंकाने वाला खुलासा बेहद चौंकाने वाला है। यह परिवर्तन न केवल पृथ्वी के आंतरिक भाग को प्रभावित करेगा, बल्कि पृथ्वी के घूर्णन, दिन की लंबाई और चुंबकीय क्षेत्र को भी प्रभावित कर सकता है।
पृथ्वी के गर्भ में कुछ ऐसा घटित हो रहा है जो हमें प्रभावित कर सकता है। वैज्ञानिक अभी भी पूरी तरह से नहीं समझ पाए हैं कि गर्भ में वास्तव में क्या होता है। वैज्ञानिकों ने हाल ही में पता लगाया है कि पृथ्वी के आंतरिक कोर का आकार बदल रहा है। यह चौंकाने वाली खोज हमारे 24 घंटे के दिन के साथ-साथ पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र और अन्य भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं को भी प्रभावित कर सकती है। ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी का आंतरिक कोर ठोस एवं स्थिर है, लेकिन नए अध्ययनों ने इस विचार को चुनौती दी है। ऐसा प्रतीत होता है कि पृथ्वी के नीचे कुछ हलचल हो रही है।
भूकंप की तरंगों का पता चला
नेचर डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, पृथ्वी के नीचे कुछ हलचल होने की खोज भूकंपीय तरंगों के विश्लेषण पर आधारित है। वैज्ञानिकों ने अलास्का और कनाडा में स्थापित भूकंपमापी यंत्रों का उपयोग करके, दक्षिण अटलांटिक महासागर में स्थित दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह में भूकंपीय तरंगों को रिकॉर्ड किया। 2004 और 2008 के बीच दर्ज आंकड़ों से पता चला कि कुछ तरंगों का तरंगरूप बदल गया था। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये तरंगें पृथ्वी के आंतरिक कोर से होकर गुजरी हैं, जिससे इसका आकार बदल रहा है।
पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र और दिन की लंबाई पर प्रभाव
यह अध्ययन पृथ्वी के अंदर हो रहे परिवर्तनों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आंतरिक कोर समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ता है क्योंकि बाहरी कोर से लौह कण क्रिस्टलीकृत होकर उस पर जम जाते हैं। यह प्रक्रिया बाहरी कोर में गतिशीलता बनाए रखती है, जो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को सक्रिय रखती है। इसके अलावा, आंतरिक कोर की घूर्णन गति में परिवर्तन भी पृथ्वी के घूर्णन को प्रभावित करता है, इसलिए दिन की लंबाई थोड़ी बढ़ या घट सकती है।
अधिक शोध की आवश्यकता
इस शोध से पृथ्वी के आंतरिक कोर को समझने में मदद मिली। लेकिन कई प्रश्न अभी भी अनुत्तरित हैं। क्या यह परिवर्तन भविष्य में दिन की लंबाई को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है? वैज्ञानिक अब इस पर गहराई से जांच कर रहे हैं। अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन विडेल के अनुसार पहली बार आंतरिक कोर में विकृति आ रही है। अगर इस पर और गहराई से अध्ययन किया जाए तो पृथ्वी के रहस्यों से पर्दा उठ सकता है।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments