नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 29, 2025

    अंतरिक्ष रहस्यों और ब्लैक होल का पता लगाने के लिए भारत का उपग्रह; इसरो का गुप्त मिशन

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    SRO XPoSAT : अंतरिक्ष रहस्यों से भरा है। इनमें से कई रहस्य अनसुलझे हैं। इसी वजह से हर किसी को यह जानने की उत्सुकता रहती है कि आखिर अंतरिक्ष में क्या है। अंतरिक्ष रहस्यों और ब्लैक होल का पता लगाने के लिए भारत का उपग्रह भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो एक गुप्त मिशन को अंजाम देने जा रही है। मिशन को XPoSAT कहा जाता है। चंद्रयान 3 की सफलता के बाद भारत का यह मिशन काफी अहम माना जा रहा है.

    इसरो का XPoSAT उपग्रह अंतरिक्ष में लॉन्च होगा
    चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतर गया। इसके बाद प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के बारे में कई राज खोले। आदित्य-एल1 सौर मिशन भी सफल चरण में है। गगनयान मिशन भी चल रहा है. इसके साथ ही इसरो अब एक नए मिशन की तैयारी में है. एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट यानी XPoSAT सैटेलाइट 25 दिसंबर तक लॉन्च की जाएगी. सैटेलाइट को पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) रॉकेट की मदद से लॉन्च किया जाएगा।

    ब्लैक होल खोजें
    XPoSAT उपग्रह अंतरिक्ष में विकिरण का अध्ययन करेगा। इन उपग्रहों की मदद से विकिरण स्रोतों की तस्वीरें भी ली जा रही हैं। XPoSAT उपग्रह पर लगे टेलीस्कोप का निर्माण रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा किया गया है। XPoSAT उपग्रह अंतरिक्ष में 50 उज्ज्वल स्रोतों का अध्ययन करेगा। इस उपग्रह की मदद से पल्सर, सुपरनोवा, ब्लैक होल, एक्स-रे बायनेरिज़, सक्रिय गैलेक्टिक नाभिक, गैर-थर्मल सुपरनोवा का भी पता लगाया जाएगा।
    9.50 करोड़ का सीक्रेट मिशन
    इस सैटेलाइट को पृथ्वी की निचली कक्षा यानी लोअर अर्थ ऑर्बिट में 500 से 700 किमी की ऊंचाई पर लॉन्च किया जाएगा. इसरो ने इस मिशन पर 2017 में काम शुरू किया था. इस अभियान की लागत 9.50 करोड़ रुपये है. इस उपग्रह में दो पेलोड हैं। इन पेलोड के नाम POLIX और XSPECT हैं। पोलिक्स इस उपग्रह का मुख्य पेलोड है। पेलोड को रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट और यूआर राव सैटेलाइट सेंटर द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया था। इस पेलोड का वजन 126 किलोग्राम है। पेलोड अंतरिक्ष की 8-30 केवी रेंज में ऊर्जा बैंड के साथ-साथ अंतरिक्ष स्रोतों के चुंबकीय क्षेत्र, विकिरण, इलेक्ट्रॉन आदि का अध्ययन करेगा। XSPECT का मतलब एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी पेलोड है जो 0.8-15 केवी रेंज में ऊर्जा बैंड का अध्ययन करेगा। पेलोड पोलिक्स की सीमा से कम ऊर्जा बैंड का अध्ययन करेगा। इस पेलोड की मदद से पल्सर, ब्लैक होल बाइनरी, कम चुंबकीय क्षेत्र के न्यूट्रॉन तारे, मैग्नेटर आदि का अवलोकन किया जाएगा।

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    10:28 AM